शहडोल. गरीबों के लिए चलाई गई नपा द्वारा दीनदयाल रसोई योजना लगभग तीन महीने से अधिक समय से बंद है। एक तरफ जहां दीनदयाल रसोई योजना को शुरू करने के लिए नपा द्वारा किसी तरह ही कोई कारगर पहल अब तक नहीं की गई, वहीं दीनदयाल रसोई योजना के लिए आवंटित किया गया तीन महीने का खाद्यान कोटेदार की दुकान में सड़ रहा है। इसके लिए जवाबदारों ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं। 150 क्विंटल गेहूं और 66 क्विंटल चावल- खाद्य और आपूर्ति विभाग द्वारा दीनदयाल रसोई योजना के संचालन के लिए तीन महीने के लिए 150 क्विंटल गेहूं और 66 क्विंटल चावल का आवंटन कर वार्ड नंबर 23 के सरकारी कोटे की दुकानदार को हैण्डओवर कर दिया और इसके बाद ठेकेदार ने खाद्यान कोगोदाम में रखा दिया, लेकिन उसका सदुपयोग अब तक नहीं होने से दुकान में ही खाद्यान सड़ रहा है। नपा ने खाद्यान वापस करने लिखा था पत्र- जानकारी में बताया गया है कि दीनदयाल रसोई योजना का संचालन बंद होने के कारण नपा ने 2 फरवरी को खाद्य और आपूर्ति अधिकारी को खाद्यान का आवंटन निरस्त करने और खाद्यान वापस लेने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन आपूर्ति विभाग द्वारा अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पत्रिका व्यू- गरीबों को बंटवाया जा सकता है खाद्यान- कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए जहां गरीबों पर रोजी रोटी का संकट आ गया है। वहीं प्रशासन को चाहिए की दीनदयाल के नाम पर आवंटित किया गया खाद्यान जरूरतमंदों और गरीबों के बीच बंटवाया जा सकता है। इससे गरीबों को संकट से राहत मिल जाएगी और खाद्यान रखने की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। खाद्य अधिकारी को लिखा पत्र- दीनदयाल रसोई योजना के संचालन के लिए लगभग 150 क्विंटल गेहूं और 66 क्विंटल चावल का आवंटन तीन महीने के लिए किया गया था। उक्त खाद्यान वार्ड नंबर 23 की शासकीय उचित मूल्य दुकान में रखा गया है। खाद्यान वापस और आवंटन निरस्त करने के लिए जिला आपूर्ति अधिकारी को पत्र लिखा गया है। आवंटन निरस्त करने लिखा पत्र दीनदयाल रसोई योजना बंद होने के कारण खाद्यान का आवंटन निरस्त करने खाद्य विभाग को पत्र लिखा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद ही गरीबों को उक्त राशन बंटवाया जा सकेगा। अजय श्रीवास्तव सीएमओ नपा-शहडोल