शाहडोलPublished: Oct 10, 2021 12:55:15 pm
Ramashankar mishra
ट्रांजेक्शन व खातों की मांगी जानकारी, मांगा जवाब- क्या बिना नाम पते के जारी होते हैं लिफाफा बंद एटीएम
देवांता अस्पताल मामला : एलडीएम व बैंक प्रबंधन को लिखा पत्र, पूछा- कब से दी बैंक फ्रेंचाइजी
शहडोल. शहर के देवांता अस्पताल में महिला मरीज की मौत मामले में जांच टीम के हाथ लगे लिफाफा बंद एटीएम और बैंक दस्तावेज मामले में प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। प्रशासन ने मामले में एलडीएम और बैंक प्रबंधन को पत्र लिखा है। जिसमें अब तक के ट्रांजेक्शन और खातों की जानकारी मांगी है। प्रशासन ने बैंक प्रबंधन से पूछा है कि क्या किसी भी उपभोक्ता के लिफाफा बंद एटीएम व दस्तावेज बिना नाम और पते के भेजे जाते हैं। इसके साथ ही बैंक अधिकारियों से पूछा है कि देवांता अस्पताल को कबसे बैंक की फ्रैंनाइजी और आइडी दी गई थी। कलेक्टर वंदना वैद्य व जांच अधिकारी अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने मामले में सख्ती दिखाते हुए तीन दिन के भीतर बैंक से पूरी जानकारी मांगी है। उल्लेखनीय है कि शहर के देवांता अस्पताल में एक महिला मरीज की मौत हो गई थी। परिजनों ने वेंटीलेटर पर रखकर मौत के बाद भी इलाज के नाम पर रुपए लेने के आरोप लगाए थे। मामले में जांच अधिकारियों ने कई खामियां अस्पताल में पाई थी। साथ ही पुलिस ने प्रबंधन व डॉक्टर के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था। दरअसल देवांता अस्पताल से बड़ी मात्रा में बैंक दस्तावेज और एटीएम मिलने का मामला पत्रिका ने उजागर किया था। मामले में जांच रफ्तार धीमी थी। अब कलेक्टर व अपर कलेक्टर ने जांच टीम से रिपोर्ट मांगी है। उधर आरोपियों का अब तक कोई प्रभावी सुराग भी हाथ नहीं लगा है।
बैंक प्रबंधन से ये मांगी जानकारियां
अस्पताल को फ्रेन्चाइजी कब दी गई। फ्रेन्चाइजी दिनांक से लेकर अब तक कितने अकाउंट खोले गए। कितने खातों में कितने रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ। बिना किसी पते और नाम के बंद लिफाफे किस-किस को वितरित किया गया। इसके अलावा शहडोल में और कितनी फ्रेन्चाइजी दी गई है।