शाहडोलPublished: Sep 17, 2023 12:12:18 pm
shubham singh
हर माह आ रहे 4-6 केस, इतनी ही माइनर सर्जरी भी हो रही
शहडोल. युवाओं व बुजुर्गों में तम्बाकू व गुटखा खाने का चलन इन दिनों आम हो गया है। बच्चे जंकफूड व टॉफी के आदी हो गए हैं। भाग दौड़ भरी जिंदगी में महिलाएं भी अपने दांतों का नियमित ख्याल नहीं रखती हैं। जिसके कारण लोग दंत रोग की समस्या जूझ रहे हैं। वहीं युवाओं में तम्बाकू व गुटखा का नशा अब जानलेवा सबित हो रहा है। जिला चिकित्सालय में हर महीने 4 से 6 केस मुंह के कैंसर के आ रहे हैं। वहीं महिलाएं पायरिया से ग्रसित हो रही हैं। बच्चों में भी दांत संबंधी कई प्रकार की समस्या आ रही है। जिसका मुख्य कारण तम्बाकू व गुटखा को दिन भर चबाना, बच्चों में टॉफी व जंकफूड का अत्यधिक सेवन करना है। रात के समय मुंह में तम्बाकू दबाकर सो जाने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि युवाओं में गुटखा खाने का प्रचलन काफी बढ़ गया है। कुछ दिनों तक इसके दुषपरिणाम सामने नहीं दिखते लेकिन मुंह का पूरा न खुलना व जबड़े में गठान जैसी समस्या अधिकांश लोगों में सामने आ रही है।
हर माह आते हैं तीन से चार कैंसर के केस
जिला अस्पताल के दंत विशेषज्ञ ने बताया कि सबसे ज्यादा मरीज मसूड़े की समस्या को लेकर आते हैं। अस्पताल में हर माह तीन से चार केस माउथ कैंसर के आते हैं। इन केस को रेफर करना पड़ता है, क्योंकि जितनी जल्द उन्हें उचित उपचार मिले, उनकी जान बच सकती है। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा मरीज गुटखा व तम्बाकू के सेवन से पीडि़त हो रहे हैं। मरीजों को दातून से मुंह साफ नहीं करने की सलाह दी जाती है। अच्छी क्वालिटी का ब्रश उपयोग करने व पाउडर मंजन का उपयोग न करने की समझाइस दी जाती है। साथ ही सुबह व रात में नियमित रूप से ब्रश करने को कहा जा रहा है।
बीते दो सालों में 60 प्रतिशत बढ़े मरीज
दंत रोग चिकित्सकों ने बताया कि बीते दो सालों में दंत रोग के मरीजों में 60 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। पहले 10 से 12 मरीज आते थे। वहीं अब हर रोज 35 से 40 मरीज दंत रोग के आ रहे हैं। जिसमें 5 से 6 बच्चे शामिल होते हैं। हर महीने करीब 150 से 200 मरीजों की माइनर सर्जरी की जाती है। बच्चोंं को जंक फूड, टॉफी, कोलड्रिंक के सेवन से दूर रहने व रात में भोजन के बाद ब्रश करने की सलाह दी जाती है।
बच्चों को इन कारणोंं से होती है परेशानी
जंक फूड में नमक व शक्कर की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह आसानी से दांतों पर चिपक जाते हैं। तब मुंह के अंदर बैक्टीरिया पनपने के कारण दांत सडऩा शुरू हो जाते हैं। ध्यान न देने पर कीड़ा धीरे-धीरे दांत की नसों तक पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में दांत की नसों की सफाई की जाती है। इन दिनों 5 से 10 वर्ष के बच्चों में दांत की समस्या ज्यादा सामने आ रही है।
महिलाओं में पायरिया की शिकायत
महिलाओं में भी दंत रोग की समस्या बढ़ गई है। अस्पताल में हर रोज 10-15 महिलाएं पहुंच रही हैं। जिनमें दांत मे कीड़े लगना, दर्द व पायरिया की शिकायत ज्यादा आ रही है। चिकित्सकों का मानना है कि महिलाएं काफी समय तक कुछ खाने के बाद मुंह साफ नहीं करती व रात में भी दांतों की सफाई नहीं करती जिसके कारण दांतो में खाने की चीजें फंसी रहती है। अधिकांश महिलाओं को पायरिया की शिकायत होती है।
एक्सपर्ट की राय
दंत रोग विशेषज्ञ डॉ जीएस परिहार ने बताया कि अगर दांतों को समय-समय पर ध्यान दिया जाए तो वह लंबे समय तक आपका साथ देंगे। दांतों को सुरक्षति रखने के लिए सुबह व रात को सोते समय ब्रश करना अनिवार्य हैं। रात में ब्रश न करने से दांतों के बीच फंसे खाने के टुकड़े सड़ते है जिससे दांत से संबंधित कई बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। दांतों को सुरक्षित रखने के लिए हेल्दी फूड खाना जरूरी है। गुटखा व तम्बाकू का सेवन जान लेवा साबित हो सकता है।
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जिला चिकित्सालय में पदस्थ दंत विशेषज्ञ डॉ. पुनीत श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों को जंक फूड, चॉकलेट, कोलड्रिंक से दूर रखाना जरूरी है। दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए, बच्चे जितनी बार कुछ खाएं उनको कुल्ला जरूर करना चाहिए। इससे उनके दांत सुरक्षित रहेंगे। ब्रश 1 से 15 मिनट तक हल्के हाथों से करना चाहिए, यह ध्यान रहे ब्रश मुलायम व अच्छी क्वालिटी का हो। तम्बाखू गुटखा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। गुटखा खाने वाले युवाओं के मुंह खुलने में समस्या हो रही है।