ये है किसानों की मांग
– सभी किसानों को सम्पूर्ण ऋण मुक्त किया जाए।
– सभी फसलों पर लागत के आधार पर डेढ़ गुना लाभकारी मूल्य दिया जाए।
– 55 वर्ष से ऊपर के सभी किसानों को पेन्शन दी जाए व उनकी आय सुनिश्चित की जाए।
– फल-सब्जी व दूध को भी लागत के आधार पर डेढ़ गुना लाभकारी समर्थन मूल्या पर तय किया जाए।
– समस्त कृषि उपजों का लागत के आधार पर डेढ़ गुना मुनाफा जोड़कर लाभकारी दाम दिया जाए।
– किसानों एवं मजदूरों को समस्त प्रकार के ऋणों से मुक्त किया जावे।
– किसानों एवं मजदूरी की आय तय हो व आय की गारंटी का कानून बनाया जावे।
– प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बंद कर किसान हितैषी फसल बीमा योजना लागू की जावे।
– गुणवत्ता युक्त शिक्षा व्यवस्था की जाए जिससे गरीब किसान अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिला सकें।
– गांव के सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की उचित व्यवस्था की जावे।
– स्वामीनाथन आयोग की सभी शिफारिशें लागू की जावे।
– प्याज, लहसुन, अरहर एवं सभी फसलों को भावांतर से अलग कर लाभकारी मूल्य पर खरीदने की व्यवस्था की जाए।
– सूखा प्रभावित क्षेत्रों में राहत राशि, खरीफ फसलों की बीमा का भुगतान जिन क्षेत्रों में नहीं हुआ उसे तत्काल कराया जाए।
– सोसायटी से लिए गए ऋण पर 10 प्रतिशत अनुदान दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।
– किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाए व स्थाई कनेक्शन के लिए दूरी की आध्यता को समाप्त किया जाए।
– किसानोंं पर दर्ज झूठे बिजली चोरी के केस खत्म किए जाएं। जाएं।