मतदान जागरूकता अभियान में ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण अंचलों की महिलाएं जुड़ सकें और मतदान में भूमिका निभा सकें इसके लिए जागरूकता शिविर में प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है। कहीं महिलाओं के बीच दौड़ प्रतियोगिता रखी जा रही है तो कहीं पर बैलून फुलाने की प्रतियोगिता रखी जा रही है।
कहीं 33 तो कहीं 40 प्रतिशत महिलाओं का वोट
ग्रामीण अंचलों में महिलाओं के वोट प्रतिशत की समीक्षा की गई, जिसमें महिलाओं की भागीदारी कम नजर आई। झगरहा गांव में तो सिर्फ 33 प्रतिशत महिलाओं ने मत की आहूति दी गई थी। इसके अलावा कई गांवों में 40 तो कहीं 35 प्रतिशत की महिलाओं ने वोट किया था। इन गांवों को चिहिंत करते हुए अब विशेष पिंक स्वीप प्लान चलाया जा रहा है। इस अभियान की शुरूआत भी कर दी गई हैं और प्रतियोगिताएं भी कर रहे हैं।
कलेक्टर से लेकर समन्वयक व मैदानी अमला भी महिला
कलेक्टर से लेकर समन्वयक और मैदानी अमले में सिर्फ महिलाओं को शामिल किया गया है। कलेक्टर अनुभा श्रीवास्तव खुद मॉनीटरिंग कर रही हैं। समन्वयक डिप्टी कलेक्टर पूजा तिवारी हैं। इसके अलावा पांचों ब्लॉको में अलग अलग महिला अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कलेक्टर अनुभाा श्रीवास्तव, समन्वयक पूजा तिवारी सहित लेडी आफीसर गांवों में महिलाओं के साथ चौपाल लगा रही हैं।
आधा सैकड़ा से ज्यादा गांवों में कम मतदान
हाल ही में प्रशासनिक अधिकारियों ने समीक्षा किया कि किन जगहों में कम मतदान हुआ है। यहां पर इस विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए अलग अलग अभियान चलाए जा रहे हैं। समीक्षा में आधा सैकड़ा से गांव ऐसे चिहिंत किए गए , जहां पर काफी कम वोटिंग हुई थी। कम वोटिंग में महिलाओं की भूमिका काफी कम थी। जिसके बाद महिलाओं को जागरूक करने पिंक स्वीप अभियान शुरू किया गया है।
अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक महिलाएं
जिले में वोटिंग प्रतिशत की समीक्षा की गई। जिसमें यह बात सामने आई कि मतदान में महिलाओं की भूमिका कम है। हमने गांवों को चिहिंत किया। इन गांवों में महिलाओं को जागरूक करने लेडी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। अभियान पिंक स्वीप में अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक महिलाओं को ही शामिल किया है।
अनुभा श्रीवास्तव, कलेक्टर
जागरुक कर बता रहे मतदान का महत्व
गांवों में महिलाओं को पिंक स्वीप प्लान से जागरूक किया जा रहा है। इसमें एएनएम से लेकर आशा कार्यकर्ता और कलेक्टर खुद गांवों का दौरा करके मतदान का महत्व बताया जा रहा है। जिन गांवों में मतदान में महिलाओं की कम भूमिका थी, उन्ही गांवों को फोकस करके अभियान चलाया जा रहा है।
पूजा तिवारी, समन्वयक पिंक स्वीप अभियान