छत्तीसगढ़ सीमा से सटे गांवों में कई दिन से हाथी मचा रहे उत्पात, गांवों में आतंक का माहौल, वीडियो में देखिए कैसे तहस-नहस किए घर
जंगली हाथियों से बचने के लिए बनाया जाना था स्टाप डैम, सामने आई ये सच्चाई
शहडोल. जिले के कई गांवों में हाथी आतंक मचा रहे हैं। मंगलवार को रात में भी हाथियों ने एक व्यक्ति को सूंड़ में फंसाकर पटक दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है, उसे रीवा के संजय गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे गांवों में हाथी कई दिन से बेकाबू हैं। हाथियों ने कई गांवों में आतंक मचाया हुआ है। वनांचल के ग्रामीणों में हाथियों को लेकर दहशत है। जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे ग्रामीणों की दहशत दूर करने में वन विभाग भी नाकाम साबित हो रहा है। मंगलवार की रात में छग की सीमा से सटे बाणसागर में हाथियों ने आतंक मचा दिया। हाथियों को खदेडऩे गए 2 ग्रामीणों पर गुस्साए हाथियों ने हमला बोल दिया। सतनी गांव निवासी 62 वर्षीय सहदेव सिंह को एक हाथी ने सूंड़ में फंसाकर फेंक दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इन्हें इलाके में मजिस्ट्रेट बब्बा के नाम से जाना जाता था। हाथी के हमले में सुधीर सिह गम्भीर रुप से हुए घायल, हालत ज्यादा नाजुक होने पर रीवा मेडिकल कालेज रैफर किया गया है। ये घटना अलसुबह 4 बजे की है। इस क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से देवलोंद सहित आसपास के गांवों में था हाथियों का आतंक है लेकिन वन विभाग की लापरवाही के चलते मंगलवार रात को एक व्यक्ति की जान चली गई। हाथियों का ये झुंड रात में गांव पहुंचता है और गांवों में आतंक मचाता है। अमलिहा टोला, सतनी टोला, जनकपुर, बुढ्वा, जगदहा, कुसमी टोला, बलरहा मे हाथियों का अभी आतंक बरकरार है। एक व्यक्ति की मौत के बाद अब वन विभाग का अमला जागा है। हाथियों को खदेडऩे बांधवगढ़ से फील्ड डायरेक्टर के साथ टीम पहुंचेगी।
इससे पहले उत्तर वनमंडल अतर्गत वन परिक्षेत्र पूर्वी ब्यौहारी के गांव सथिनी में रविवार की दरम्यानी रात जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया था। जिसमें एक दुकान समेत आधा दर्जन मकान तहस- नहस कर दिए थे। बाद में वन और पुलिस के अमले ने हाथियों के झुण्ड को वापस संजय गांधी नेशनल पार्क सीधी की सीमा की ओर खदेड़ दिया था। इस गांव में अब भी दहशत है। जिसके कारण गांव में सुरक्षाबलों का पहरा लगाया गया है। घटना के सम्बंध में बताया गया है कि देवलोंद से 20 किलोमीटर दूर रविवार को संजय गांधी नेशनल पार्क से छह जंगली हाथियों का झुण्ड सथिनी गांव में घुस आया था। मकानों को तहस-नहस करना शुरू कर दिया। सूचना पर एसडीओपी हेमंत बार्वे ब्यौहारी और वन परिक्षेत्र के एसडीओ भूषण मिश्रा गांव पहुंचे और हाथियों को खदेड़ा। ग्रामीण अब भी दहशत में है। जिनके सुरक्षा के लिए सोमवार को गांव में दिन भर सुरक्षा बल तैनात रहे। इस दौरान थाना प्रभारी देंवलोद अभिमन्यु द्विवेदी, तहसीलदार आर तिरामन सिंह भी गांव में मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने लगाया जाम, वन विभाग देगा चार लाख रुपए और नौकरी मंगलवार को रात में हाथियों ने सतनी गांव निवासी 62 वर्षीय सहदेव सिंह की हाथियों ने हत्या कर दी। इसके बाद सतनी के ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। ग्रामीणों ने सहदेव की मौत के लिए वन विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए सड़क पर जाम लगा दिया। हंगामा बढ़ता देख डीएफओ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी। इस मौके पर डीएफओ ने सहदेव सिंह के परिजनों को चार लाख रुपए मदद मुहैया कराने और बेटे को वन विभाग में नौकरी देने की घोषणा की। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोला।