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टैक्स माफी के बाद भी बस मालिकों की मुश्किलें नहीं हुई कम, कम यात्री पहुंच रहे स्टैंड, नुकसानी का भी डर

locationशाहडोलPublished: Sep 07, 2020 01:04:33 pm

Submitted by:

Ramashankar mishra

अलग-अलग रूट में सिर्फ 20 फीसदी बसों का संचालन शाम तक इंतजार, फिर भी कई रूट में नहीं मिल रही बसें

टैक्स माफी के बाद भी बस मालिकों की मुश्किलें नहीं हुई कम, कम यात्री पहुंच रहे स्टैंड, नुकसानी का भी डर

टैक्स माफी के बाद भी बस मालिकों की मुश्किलें नहीं हुई कम, कम यात्री पहुंच रहे स्टैंड, नुकसानी का भी डर

शहडोल. टैक्स माफी के बाद भी लोगों को गंतव्य तक जाने मुसाफिरों को बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। पांच माह से बंद कुछ बसों का अभी मरम्मतीकरण कराया जा रहा है तो कुछ बस मालिक सवारी न मिलने से होने वाले नुकसान के भय से बसों का संचालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में उन मुसाफिरों को मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ रहा है जो दूर-दराज से चलकर बस स्टैण्ड पहुंच रहे हैं। जहां उन्हे गंतव्य तक पहुंचने के लिए पूरा दिन इंतजार करना पड़ रहा है। रविवार की दोपहर नगर के मुख्य बसस्टैण्ड में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने मिला। जहां कुछ लोग रायपुर जाने के लिए तो कुछ मुसाफिर जबलपुर जाने के लिए बस का इंतजार करते देखे गए। जिस वक्त वह बस स्टैण्ड पहुंचे थे उस समय कोई साधन उपलब्ध नहीं था। जिससे वह काफी परेशान नजर आए।
ट्रेन चलने से बदलेगी व्यवस्था
जानकारों की माने तो टैक्स माफी के बाद बसों का संचालन प्रारंभ हो गया है लेकिन सवारी न मिल पाने की वजह से बस संचालन में काफी मुश्किले आ रही है। जब तक ट्रेनें नहीं चलेंगी तब तक परिवहन व्यवस्था सुदृढ़ नहीं होगी। ट्रेन चलने के बाद ही बसों को भी सवारी मिलनी शुरु होंगी। जिसके बाद बसों का संचालन भी व्यवस्थित ढ़ंग से होने लगेगा।
कम निकल रही सवारी
टैक्स माफी से कुछ राहत मिलने के बाद अब बस मालिकों को सवारी न मिलने का भय सता रहा है। टैक्स माफी के बाद शनिवार को लगभग 10-15 बसों का संचालन किया गया। इस दौरान रूट में मुसाफिरों की संख्या बहुत कम रही। ऐसे में बस मालिकों को डीजल व स्टाफ का खर्चा भी नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते बस मालिकों को नुकसान का डर सता रहा है।

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