शाहडोलPublished: May 06, 2021 12:30:16 pm
Ramashankar mishra
पुलिस अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के समक्ष रखी समस्यासब्जी मंडी में बैरीकेडिंग कर एक-एक कर फुटकर व्यापारियों को सब्जी देने को लेकर चर्चा
हर दिन किसानों और व्यापारियों को हो रहा नुकसान, अब तक नहीं बन पाई समुचित व्यवस्था
शहडोल. ग्रामीण अंचलो में सब्जी की खेती कर अपनी आजीविका चलाने वाले किसानों के साथ ही नगर के थोक सब्जी व्यापारियों की समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया है। सब्जी मण्डी को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। नगर में अन्यत्र कहीं वाहन खड़ा कर फुटकर व्यापारियों को सब्जी बेंचने पर भीड़ एकत्रित होते देख पुलिस खदेड़ती है। ऐसे में खासतौर से हरी सब्जी बेंचने वाले किसानों व व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सब्जी की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति न होने की वजह से सब्जियों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को भी ग्रामीण अंचलो से वाहनों के माध्यम से हरी सब्जी लेकर आए किसानो व व्यापारियों ने पुरानी बस्ती में वाहन खड़ा कर हाथ ठेला व्यापारियों को सब्जी देना प्रारंभ किया। वहां भीड़ जुटने की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंच गई और पुलिस ने सबको वहां से हटा दिया।
प्रतिदिन हो रहा नुकसान
ग्रामीण अंचलो से हरी सब्जी लेकर आने वाले किसानों का कहना है कि वह पूरी तरह से सब्जी की खेती पर निर्भर है। प्रतिदिन भाड़ा देकर वह हरी सब्जी लेकर सुबह-सुबह शहडोल पहुंचते हैं। सब्जी मण्डी बंद है और अन्यत्र कहीं वाहन खड़ा कर सब्जी बेंचते हैं तो पुलिस खदेड़ देती है। ऐसे में उन्हे काफी नुकसान हो रहा है। प्रतिदिन लौकी, भिण्डी, भाजी, टमाटर सहित अन्य सब्जी खराब हो रही है। किसानों व थोक व्यापारियों का कहना है कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि उनकी समस्या का समाधान हो सके।
पुलिस और जनप्रतिनिधयों से चर्चा
थोक सब्जी व्यापारियों ने बुधवार को व्यवस्थित तरीके से सब्जी मण्डी संचालन को लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी व जनप्रतिनिधि की मौजूदगी में चर्चा की। इस दौरान सब्जी व्यापारियों ने अपनी समस्या रखी। उन्होने फुटकर व्यापारियों को सब्जी बेंचने की समुचित व्यवस्था बनाने की मांग की। इस दौरान मौके पर मौजूद भाजपा जिलाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह ने कहा कि सब्जी मण्डी में थोक व्यापारी खुद बैरीकेटिंग कर सुरक्षित व्यवस्था बनाएं और एक-एक कर फुटकर व्यापारियों को प्रवेश देकर उन्हे सब्जी बेंचे। हालांकि अभी तक ऐसी व्यवस्था को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं हो पाया।