शाहडोलPublished: Mar 26, 2021 11:50:42 am
amaresh singh
कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, आइसोलेशन एवं त्वरित उपचार किया जाए
जहां ज्यादा संक्रमण वहां केस स्टडी का कारण का पता लगाएं, कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग सर्वे के साथ-साथ वैक्सीनेशन भी कराए
शहडोल. जिले में कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने जिला प्रशासन हर स्तर पर प्रयास कर रहा है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हे आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। पूर्व की भांति कान्ट्रेक्ट, टे्रंसिंग, टेस्टिंग, आइसोलेशन एवं त्वरित उपचार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक हो रहा है वहां टीम बनाकर केश स्टडी कर यह जाना जाए कि कोविड-19 प्रसार का कारण क्या है और उन कारणों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। जहां पॉजिविटी रेट अधिक है, वहां कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग के साथ-साथ उनका वैक्सीनेशन भी कराएं। उक्त निर्देश कलेक्टर डॉ सतेन्द्र सिंह ने स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में डीन मेडिकल कॉलेज डॉ मिलिन्द शिलारकर, सीएमएचओ डॉ एम.एस. सागर, सिविल सर्जन डॉ जी.एस. परिहार, मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक डॉ नगेन्द्र सिंह, डॉ अभिषेक गौर, डॉ आकाश रंजन सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी एवं संक्रामक रोग प्रभारी डॉ अंशुमन सोनारे, सीएमओअमित तिवारी सहित स्वास्थ्य विभाग के प्रोग्राम अधिकारी एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी तथा सीडीपीओ उपस्थित थे।
तुष्टिकरण एवं अहंकार छोंडकर कार्य करें चिकित्सक
बैठक में कलेक्टर ने सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन से जानकारी चाही थी कि आज के दिन कितने आइसोलेशन के मरीजो से चर्चा की है। जिसे लेकर संतोषप्रद जबाब न पाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि प्रतिदिन कोर कमेटी की बैठक लेकर चेक लिस्ट करें और होम आइसोलेशन के मरीजो की सूची प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य जानकारी लेकर आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सुविधाएं भी प्रदान करें। कलेक्टर ने कहा कि होम आइसोलेशन के मरीजो पर सतत निगरानी आवश्यक है, इसके लिए सेक्टर अधिकारियों एवं सेक्टर मेडिकल ऑफिसरों की ड्यूटी लगाएं और पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं पूर्व सिविल सर्जन के साथ बैठकर सभी तैयारियॉ मिशन मोड पर किया जाएं। किसी प्रकार की लापरवाही एवं उदासीनता न हो, चिकित्सक तुष्टिकरण एवं अंहकार छोड़कर मानव कल्याण एवं सामाजिक विकास के लिए कार्य करें।
फीवर क्लीनिकों को करें और क्रियाशील
फीवर क्लीनिकों को और अधिक क्रियााश्ील बनाया जाएं, साथ ही और अधिक सेम्पल कलेक्ट करें। सीएमएचओ व सिविल सर्जन जिले के प्राइवेट अस्पतालों में निरीक्षण कर यह देखे कि खांसी, बुखार या कोरोना संभावित मरीज कब से भर्ती है और प्राइवेट चिकित्सको ने उक्त मरीज की कोरोना जॉच कराया या नहीं। कोविड-19 संभावित मरीज के ट्रेसिंग तत्काल कर उसकी टेस्टिंग एवं यथाउचित चिकित्सकीय उपचार प्रदान किया जाएं। बैठक में कलेक्टर ने सीएमओ को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्र शहडोल के जिन क्षेत्रों, वार्डो में कोरोना के मरीज अधिक निकल रहे है, वहॉ साफ-सफाई एवं स्वच्छता के साथ सैनेटाइज भी कराएं तथा प्रचार-प्रसार के फ्लैक्स भी लगवाएं।
स्वास्थ्य संस्थाओं में करे आवश्यक व्यवस्था
कलेक्टर ने डीन मेडिकल कॉलेज, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन एवं खंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि पूर्व की भांति स्वास्थ्य संस्थाओं में आवश्यक बेड़, एम्बूलेंस, वार्ड, वैंटीलेटर, ऑक्सीजन एवं मानव संसाधन की व्यवस्था कर लें, जिले मे शासकीय एवं निजी अस्पताल कितनी एम्बूलेंस है, इसकी जानकारी वाहन चालक के मोबाइल नम्बर सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रखें। जिससे आवश्कतानुसार उनका उपयोग किया जा सकें। कलेक्टर ने सिविल सर्जन एवं सचिव जिला रेडक्रास सोसाइटी को निर्देशित किया कि 2 नई एम्बूलेंस क्रय करें, ताकि जयसिंहनगर में एक एम्बूलेंस दी जा सकें।