संभाग में 17 लोगों की कोरोना से हुई मौत
इस तरह जिले में संभाग में कोरोना से अब तक में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा शहडोल में कोरोना से मौत हुई है। शहडोल में कोरोना से अब तक में 11 लोगों की मौत हुई है जबकि अनूपपुर में कोरोना से 4 मौत तथा उमरिया में कोरोना से 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
गांजा सरगना के बाद पुलिस अधिकारी पॉजिटिव, ओडिशा गए थे पकडऩे
जिले में कोरोना मरीजों का मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। गुरुवार को जिले में कोरोना के 19 नए मरीज मिले हैं। कोरोना मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग इन्हें मेडिकल कॉलेज और होमआइसोलेशट कर रहा है। इसके साथ ही इनके प्रथम संपर्क में आने वाले लोगों का डिटेल खंगाला जा रहा है। प्रथम संपर्क वाले लोगों का डिटेल मिलने के बाद इनका सैंपल लेकर जांच कराया जाएगा। वहीं कोरोना मरीजों के निवास स्थल के आस-पास के क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया बनाया जा रहा है। इसमें कोयलांचल के बुढ़ार और अमलाई के दो पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। इसमें एक पुलिस अधिकारी हाल ही में ओडिशा गांजा सरगना को पकडऩे गए थे। गांजा सरगना की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। बाद में पुलिस अधिकारी भी संक्रमित मिले हैं।
अब तक कोरोना के 800 मरीज मिले
जिले में अब तक में कोरोना के 800 मरीज मिल चुके हैं। इसमें से 604 कोरोना के मरीज मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। इस पर इन्हें डिस्चार्ज कर इनके घर भेज दिया गया है। गुरुवार को भी कोरोना के 25 मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। इस तरह वर्तमान में कोरोना के 196 एक्टिव केस हैं,जिनका इलाज किया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सिलेण्डरों की सतत उपलब्धता सुनिश्चित
मेडिकल कॉलेज में लगातार दम तोड़ते कोरोना मरीज और संभाग में बढ़ते संक्रमण को लेकर कमिश्नर ने अधिकारियों की बैठक ली। कमिश्नर ने दो टूक कहा कि ये आंकड़े बता रहे हैं कि हमें व्यवस्थाओं को और बेहतर करना है। मौत के मामलों की एनालिसिस रिपोर्ट मुझे भेजें। कमिश्नर शहडोल संभाग नरेश पाल ने कोरोना मरीजों की टेस्टिंग रिपोर्ट का हर दिन रिव्यू करने के निर्देश मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को दिए है। कमिश्नर ने कहा है कि मेडिकल कॉलेज शहडोल द्वारा सैंपल टेस्टिंग की पॉजिटिव रिपोर्ट और सुब्राटेक इंदौर से प्राप्त टेस्टिंग रिपोर्ट का भी प्रतिदिन रिव्यू किया जाए। उन्होने कहा है कि टेस्टिंग रिपोर्ट को लेकर किसी भी प्रकार का संशय नहीं होना चाहिए। मेडिकल कॉलेज में कोरोना के कारण हो रही हर मृत्यु की रिपोर्ट तैयार करने के लिये सीएमएचओ डॉ राजेश पाण्डेय, सिविल सर्जन जिला अस्पताल शहडोल डॉ. व्हीएस बारिया एवं मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों की एक कमेटी गठित की जाए। यह कमेटी मेडिकल कॉलेज मेें कोरोना से हुई मृत्यु की एनालिसिस रिपोर्ट भेजेगी। गुरुवार को कमिश्नर ने बैठक में कहा कि लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने की जरूरत है। कमिश्नर ने मेडिकल कॉलेज शहडोल में चिकित्सा के दृष्टिगत मरीजों की, आक्सीजन सिलेंडरों की आवश्यकताओं के मददेनजर अधिकारियों केा निर्देश दिए कि निगरानी कर रिपोर्ट दें। बैठक में डीन मेडिकल कॉलेज शहडोल डॉ. मिलिंद शिरालकर, प्रशासकीय अधिकारी मेडिकल कॉलेज जीतेन्द्र मिश्रा, उपायुक्त राजस्व दिलीप पाण्डेय सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे।
शहर और गांवों की बताएं रिपोर्ट, ताकि बनाएं प्लानिंग
कमिश्नर ने मेडिकल आक्सीजन के संभाग के सप्लाई करने वालों से भी चर्चा की तथा कहा कि मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता के अनुरूप मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने में सहयोग प्रदान करें। कमिश्नर ने निर्देंश दिये कि सैम्पलों की री टेस्टिंग डॉटा का विश्लेषण कर यह जानकारी प्रस्तुत की जाए कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में कहा-कहा पर लोग प्रभावित रहे है, ताकि आगे की योजना बनाई जा सके तथा प्रबंधन द्वारा अन्य जिलो से खाली सिलेण्डर प्राप्त किये जाए ताकि आक्सीजन का रिजर्व स्टॉक बना रहे।
वेबसाइट पर लोग कोरोना सैंपल की देख सकते हैं रिपोर्ट
कोरोना रिपोर्ट देखने के लिए लोगों को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। अब आसानी से लोग अपनी रिपोर्ट देख सकेंगे। कोरोना की रिपोर्ट देखने के लिए लोगों को मेडिकल कॉलेज द्वारा बनाई गई वेबसाइट पर जाकर देखना होगा। इस वेबसाइट पर जिनकी रिपोर्ट निगेटिव होगी। उनका नाम सहित सैंपल की रिपोर्ट प्रकाशित होगी। इसमें सैंपल की पॉजिटिव रिपोर्ट देखने को नहीं मिलेगी।
इसलिए बनाया गया वेबसाइट
दरअसल लोग कोरोना की जांच कराने के लिए सैंपल दे देते हैं। उसके बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव है या निगेटिव यह जानने के लिए परेशान हो जाते हैं। सैंपल देने के बाद वे मेडिकल कॉलेज या स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास फोन कर यह जानने का प्रयास करते रहते हैं कि उनकी या उनके परिजनों की रिपोर्ट पॉजिटिव है या निगेटिव। कई बार अधिकारी व्यस्त रहते हैं इसलिए वे रिपोर्ट के बारे में बता नहीं पाते हैं। इस पर लोग और परेशान हो जाते हैं। कोरोना संक्रमण की दहशत से लोग पहले ही परेशान रहते हैं ऊपर से रिपोर्ट के बारे में पता नहीं चलता है तो उनकी परेशानी और बढ़ जाती है। अपने घर में लोग यह सोचकर परेशान रहते हैं कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव है निगेटिव। इसलिए इस परेशानी को दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेज ने वेबसाइट बनाया है। इस वेबसाइट को खोलकर लोग अपनी निगेटिव रिपोर्ट देख सकते हैं। वेबसाइट देखने के लिए लोगों को गूगल में जीएमसी शहडोल डॉट ओआरजी कोविड 19 टेस्ट रिपोर्टस डॉट एएसपीएक्स पर जाना होगा।
पॉजिटिव रिपोर्ट को रखा जाएगा गोपनीय
इस वेबसाइट पर लोगों को केवल अपनी निगेटिव रिपोर्ट ही देखने को मिलेगी। इस पर जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव होगी उनकी रिपोर्ट देखने को नहीं मिलेगी। इसका कारण पॉजिटिव रिपोर्ट वाले लोगों का नाम और पता गोपनीय रखना है। इसलिए अगर रिपोर्ट पॉजिटिव है तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खुद से संबंधित व्यक्ति से संपर्क करेंगे।
सैंपल की रिपोर्ट देखने के लिए वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। वेबसाइट पर केवल सैंपल की निगेटिव रिपोर्ट देखने को मिलेगी। इससे सैंपल की रिपोर्ट जानने के लिए परेशान होने वाले लोगों को परेशानी से निजात मिल सकेगा।
डॉ मिलिंद शिरालकर, डीन मेडिकल कॉलेज