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सुबह से छाया रहा कोहरा, बादल छंटते ही बढ़ी गलन

locationशाहडोलPublished: Jan 16, 2022 09:40:01 pm

Submitted by:

shubham singh

गेहूं के लिए ठंड जरूरी, पाला से दलहनी फसलों को नुकसान

सुबह से छाया रहा कोहरा, बादल छंटते ही बढ़ी गलन

सुबह से छाया रहा कोहरा, बादल छंटते ही बढ़ी गलन


शहडोल. आसमान से काले बादल छंटने के बाद ठंड ने फिर से रफ्तार पकड़ी है। रविवार को सुबह से जहां कोहरा छाया रहा वहीं दोपहर तक आसमान में काले बादल मंडराते रहे। दोपहर में काले बादल छंटने के बाद सूर्यदेव के दर्शन हो सके। जिसके साथ ही गलन भी बढ़ गई है। पूरा दिन सर्द हवाओं के झोंको के साथ गलन का अहसास होता रहा वहीं रात भी सर्द रही। जानकारों की माने तो अभी आने वाले कुछ दिनो तक और भी गलन बढ़ेगी। जिसके साथ ही ठंड भी रफ्तार बढ़ेगी। जानकारों की माने तो लगातार बढ़ रही ठंड जहां गेहूं की फसल के लिए काफी फायदेमंद है वहीं पाला की स्थिति बनी तो दहलनी और सब्जी की फसलों के लिए यह काफी नुकसान दायक होगा। खासकर मसूर और अरहल की फसल के लिए यह पाला नुकसानदायक हो सकता है। मौसम खुलने के बाद पाला की संभावना कम ही रह गई है। आगामी दिनो में मौसम खुले रहने की संभावना जताई जा रही है जो कि किसानों के लिए काफी सुखद होगा। वहीं लगातार बढ़ रही गलन आम जनजीवन को प्रभावित कर सकती है।
वाहन चलाना हो रहा मुश्किल
इन दिनो देर रात से ही कोहरा गिरना शुरु हो जाता है। जिस वजह से वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है। वहीं सुबह देर तक कोहरे की चादर छाई रहती है। कोहरे हटने के साथ ही सर्द हवाओं का दौर शुरु हो जाता है जिससे Óयादा गलन हो रही है।
इनका कहना है
जितना Óयादा ठंड पड़ेगा गेहूं के लिए उतना ही फायदेमंद होगा। यदि पाला पड़ता है तो वह दलहनी फसलों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
आर पी झारिया, उप संचालक कृषि
कोहरे से फसलें प्रभावित नहीं होगी। अब संभावना है कि मौसम खुल जाएगा ऐसे में किसी भी प्रकार के नुकसान की संभावना नहीं है।
भानू प्रताप सिंह, पूर्व कृषि वैज्ञानिक शहडोल
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