धार्मिक यात्रा पर गए विदेश, देश और गांव की समृद्धि के लिए मागेगें दुआखैरहा. जिले के खैरहा गांव से रविवार को हाजियों का एक जत्था उमरा हज के लिए विदेश सउदी अरब रवाना हुआ।जहां देश के साथ गांव की समृद्धि की दुआ मागेगें। हाजियों को रवाना करने के लिए मुस्लिम समुदाय के हजारों लोग उपस्थित रहे। हज के लिए रवाना हुए हाजियों में शिक्षक मोहम्मद मन्नान, व उनकी पत्नी मस्जूदुन बेगम, मुजाहिद अशरफी, मोहम्मद तारिक (सीबू), आलिमा बी, गुलाम रसूल, हाजी यूनुस कादरी सहित सात लोगो का जत्था शामिल है। सुबह समाज के लोगो ने सभी हज यात्रियों को भावपूर्ण विदाई दी। सभी यात्री बुढ़ार रेलवे स्टेशन पहुंचकर टे्रन द्वारा जबलपुर और बाद में मुम्बई पहुंचेगे, जहां से प्लेन द्वारा मक्का और मदीना के लिए रवाना होगें। हाजियों को रवानगी देने के वक्त विशेष तौर पर अंजुमन कमेटी के सदर मोहम्मद रियाज, मौलाना मंसूर आलम, मौलाना समसुद्दीन, हाजी शेख जुम्मन, हाजी मोहम्मद इलियास, मौलाना
जावेद अख्तर , मोहम्मद इम्तियाज, शेख अब्दुल्ला, मुजीब अहमद, मंसूर मास्टर, मोहम्मद शरीफ, गुलाम गौस, मुबीन अहमद, सगीर मैनेजर, हारून नूरी रजा, हलीम किलो, समीम मामा, मोहम्मद कमरूद्दीन अशरफी, अनवार मिस्त्री के अलावा सैकड़ो के संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।
एक शाम शहीदो के नाम कार्यक्रम में देश भक्ति गीत प्रस्तुत करेगे संदीप
बुढार. शहीद भगत सिंह यूथ फाउण्डेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम एक शाम शहीदों के नाम 23 मार्च को संदीप शिवहरे, लालू ताम्रकार एवं नीलम तिवारी देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देगे।
प्रस्तुति देने आ रहे उनकी टीम का कहना है ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं देश भक्ति गीतों के माध्यम से आजाद परिवार को श्रद्धांजलि अर्पित करूँगा। जब मेरे सामने स्वयं उनके पोते अमित आजाद होंगे तो हमारा उत्साह दुगना होगा। मूलत: शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के कोतमा जैसे छोटे कस्बे से आने वाले संदीप शिवहरे ने देवी गीतों के माध्यम से अपने संभाग के नाम को देश में बढ़ाया है प्रारंभिक दौर में एक माध्यम वर्गीय परिवार में जीवन यापन करने वाले संदीप शिवहरे को गाने का शौक बचपन से ही था। परिवार के पूर्णत: समर्थन न होने के बाद भी संगीत की ही विधा को चुना। वर्ष 2008 में कन्या भू्रण हत्या के खिलाफ गाया हुआ गीत सर्वाधिक लोकप्रिय हुआ। इसके अलावा जागो माँ जागो और माँ नैय्या लगा दो पार ने सर्वाधिक ख्याति प्राप्त की। गीतों के माध्यम से राज्यों में संभाग की पहचान संदीप शिवहरे ने बनाई