आज विराजेंगे विघ्नहर्ता, जगह-जगह सजे पण्डाल
शहडोल। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा। जिसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। भगवान सिद्धि विनायक की प्रतिमा स्थापित करने की तैयारी जोरो पर है। जगह-जगह पण्डाल सज गए हैं और गणेश प्रतिमाएं भी ले जाई जा रही है। ऐसी मान्यता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्यान्ह काल में हुआ था इसीलिए मध्यान्ह के समय को गणेश पूजा के लिए ज्यादा उपयुक्त माना जाता है। मध्यान्ह मुहूर्त में भक्त पूरे विधि विधान से गणेश पूजा करते हैं जिसे शोड़शोपचार गणपति पूजा के नाम से जाना जाता है। गणेशोत्सव को लेकर लोगों में अच्छा खासा उत्साह देखने मिल रहा है। सार्वजनिक स्थानों एवं घरों में गणेशजी की प्रतिमाओं की स्थापना व आराधना होगी।
प्रतिमा स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त
सर्वश्रेष्ठ अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 11.50 से 12.40 बजे तक
शुभ- प्रात: 6.00 से 7.30 बजे तक
लाभ- 12.00 से 1.30 बजे तक
अमृत- 1.30 से 3.00 बजे तक
शुभ- दोपहर 4.30 से सायं 6.00 बजे तक
सायंकालीन मुहूर्त
अमृत- सायं 6.00 से 7.30 बजे तक
चल- सायं 7.30 से 9.00 बजे तक