scriptदो दो हजार में बिकती थी लड़कियां फिर होता था कुछ ऐसा जुल्म… | Girls was sold in two thousand in tamilnadu and other State for abuse | Patrika News

दो दो हजार में बिकती थी लड़कियां फिर होता था कुछ ऐसा जुल्म…

locationशाहडोलPublished: Sep 15, 2017 11:06:32 pm

Submitted by:

shubham singh

पुलिस की रेड पर लड़कियों ने बयां किया दर्द… दो दो हजार में बेची गई थीं आदिवासी किशोरियां  पुलिस ने 11 किशोरियों को कराया बंधनमुक्त

Human trafficking

Human trafficking

शहडोल। पुलिस रेंज शहडोल के डिंडौरी जिले की ११ आदिवासी किशोरियों का तमिलनाडू में सौदा कर दिया गया था। स्थानीय दलालों को एक किशोरी को पहुंचाने के एवज में दो दो हजार रुपए दिया जाता था। डिंडौरी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ११ किशोरियों को बंधनमुक्त कराया है। इसमें सभी किशोरियां १५ से १७ साल के बीच की हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार किशोरियों को अच्छी मजदूरी का प्रलोभन देकर स्थानीय दलाल अघनू सिंह परस्ते और शंकर परस्ते द्वारा तमिलनाडू ले जाया गया था। जहां पर सुल्लूर, कोयंबटूर और अरसूर की कंपनियों में मजदूरी कराई जा रही थी। एसपी डिंडौरी शिमाला प्रसाद ने बताया कि डिंडौरी के केहंजरा, बरगा, सूरजपुरा, चुनरीटोल से आदिवासी किशोरियों के अगवा होने की सूचना मिली थी। आईजी के निर्देशन में दो अलग अलग टीम बनाई गई। टीम ने कोयंबटूर और तमिलनाडू के कई जगहों में दबिश दी गई। जहां से कंपनियों से ११ किशोरियों को बंधनमुक्त कराया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए पूछताछ कर रही है।

फर्जी रजिस्ट्रेशन और परिचय पत्र
पुलिस के अनुसार इन किशोरियों का फर्जी तरीके से रजिस्टे्रशन करा दिया गया था और फर्जी परिचय पत्र तैयार किया गया था। जिसके द्वारा पुलिस को भी गुमराह किया जा रहा था। इसके अलावा हर दलाल को एक किशोरी को लाने के लिए दो दो हजार रूपए दिए जाते थे। पुलिस इन दलालों से पूछताछ कर रही है।
क्षेत्र से कई आदिवासी किशोरियां लापता
पुलिस रेंज शहडोल के शहडोल उमरिया अनूपपुर और डिंडौरी से कई आदिवासी किशोरियां अभी भी लापता हैं। यहां किशोरियों को बेहतर नौकरी और मजदूरी का प्रलोभन देकर अगवा कर लिया जाता है और अन्य प्रांतों में सौदा कर देते हैं। पुलिस अब इन जगहों से लापता किशोरियों की सूची तैयार कर रही है। इसके बाद अलग अलग जगहों के लिए टीम रवाना की जाएगी।
डिंडौरी से किशोरियों के लापता होने की सूचना मिली थी। पतासाजी करते हुए डिंडौरी एसपी द्वारा टीम भेजी गई थी। टीम ने अलग अलग जगहों से ११ किशोरियों को बंधनमुक्त कराया है। इसमें फर्जी रजिस्ट्रेशन और परिचय पत्र की बात सामने आई है। किशोरियों को ले जाने वाले दलालों से भी पूछताछ की जा रही है।
आईपी कुलश्रेष्ठ, आईजी
पुलिस रेंज शहडोल

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