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निजी स्कूल की राह पर सरकारी स्कूल

locationशाहडोलPublished: Aug 28, 2017 02:54:00 pm

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Shahdol online

शिक्षा के स्तर को सुधारने राज्य सरकार की अनूठी पहल

Government school on the path of private school

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शहडोल- प्रदेश में शिक्षा और पर्यावरण के स्तर में सुधार लाने के लिए सरकारी स्कूलों में एक नया एक्सपेरीमेंट शुरू किया जा रहा है। नए प्रयोग के आधार पर अब सरकारी स्कूलों में भी निजी स्कूलों की तर्ज पर पैरेंट्स मीटिंग ली जाएगी। स्कूल चले हम, सब पढें-सब बढें, जैसी न जाने कितनी ही योजनाएं शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार आयोजित कर रही है। सबको शिक्षित करने के लिए शिक्षा का अधिकार जैसे कानून भी लागू किए, लेकिन शिक्षा का ग्राफ प्रदेश में गिरता ही जा रहा है। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र मेंं खास कर सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है। प्राइवेट स्कूलों में जहाँ बच्चों की गुणवत्ता में ध्यान रखने के साथ-साथ बच्चों के पेरेंट्स से भी स्कूल प्रबंधन पर चर्चा की जाती है। ठीक उसी तर्ज पर अब हर महीने सरकारी स्कूलों में भी पेरेंट्स मीटिंग आयोजित की जाएगी। जिसमें बच्चों के विकास के बारे में शिक्षक परिजनों से सीधे संवाद करेंगे। जानकारी के अनुसार अब शिक्षकों के पास जो पेरेंट्स मीटिंग में लापरवाही बरतेंगे उनके बच्चों के नाम काटने का अधिकार होगा। इसके अलावा शिक्षा विभाग की ओर से परिजनों को कपड़े के बैग भी दिए जाएंगे। जिससे शिक्षा विभाग और स्वच्छता अभियान का प्रचार-प्रसार हो सके।
दी जाएगी बच्चों के प्रगति की जानकारी
सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर पैरेंट्स टीचर मीटिंग के तहत शिक्षक विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल बुलाएंगे और उन्हें उनके बच्चे की प्रगति से अवगत कराएंगे। शिक्षक अभिभावकों को बच्चे की शिक्षा एवं व्यवहार से संबंधित सलाह भी देंगे तथा स्कूल के उन्नयन से संबंधित सुझाव आमंत्रित करेंगे। सभी शालाओं में त्रैमासिक एवं अद्र्धवार्षिक परीक्षा एवं प्री-बोर्ड के उपरांत अभिभावकों के साथ बैठकें होगी। इससे ज्यादा भी बैठकेें की जा सकती है।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
-विद्यार्थी की उपस्थिति, स्वभावगत परिवर्तन व अभिरूचि।
-विद्यार्थी के परीक्षा परिणाम की स्थिति।
-सांस्कृतिक या बालसभा की गतिविधियों में हिस्सा लेना।
-विद्यार्थी का अन्य विद्यार्थियों व शिक्षकों के साथ व्यवहार।
-विद्यार्थी की आदतों व अध्ययन की जानकारी।
-विद्यालय व अन्य कक्षाओं में उपस्थिति की जानकारी।
-प्रोत्साहन की प्राप्ति व बैंक खातों की जानकारी।
-सामाजिक सरोकारों व अन्य मुद्दों पर चर्चा।
लोक शिक्षण शहडोल के संयुक्त संचालक उमेश कुमार धुर्वे के मुताबिक पैरेंट्स टीचर मीटिंग से संबंधित आदेश सरकारी स्कूलों तक पहुंचाया जा चुका है। शाला प्रधानों को इस संबंध में निर्देशित भी किया जा चुका है। इस तरह की पहल से सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
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