दी जाएगी बच्चों के प्रगति की जानकारी
सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर पैरेंट्स टीचर मीटिंग के तहत शिक्षक विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल बुलाएंगे और उन्हें उनके बच्चे की प्रगति से अवगत कराएंगे। शिक्षक अभिभावकों को बच्चे की शिक्षा एवं व्यवहार से संबंधित सलाह भी देंगे तथा स्कूल के उन्नयन से संबंधित सुझाव आमंत्रित करेंगे। सभी शालाओं में त्रैमासिक एवं अद्र्धवार्षिक परीक्षा एवं प्री-बोर्ड के उपरांत अभिभावकों के साथ बैठकें होगी। इससे ज्यादा भी बैठकेें की जा सकती है।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
-विद्यार्थी की उपस्थिति, स्वभावगत परिवर्तन व अभिरूचि।
-विद्यार्थी के परीक्षा परिणाम की स्थिति।
-सांस्कृतिक या बालसभा की गतिविधियों में हिस्सा लेना।
-विद्यार्थी का अन्य विद्यार्थियों व शिक्षकों के साथ व्यवहार।
-विद्यार्थी की आदतों व अध्ययन की जानकारी।
-विद्यालय व अन्य कक्षाओं में उपस्थिति की जानकारी।
-प्रोत्साहन की प्राप्ति व बैंक खातों की जानकारी।
-सामाजिक सरोकारों व अन्य मुद्दों पर चर्चा।
सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर पैरेंट्स टीचर मीटिंग के तहत शिक्षक विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल बुलाएंगे और उन्हें उनके बच्चे की प्रगति से अवगत कराएंगे। शिक्षक अभिभावकों को बच्चे की शिक्षा एवं व्यवहार से संबंधित सलाह भी देंगे तथा स्कूल के उन्नयन से संबंधित सुझाव आमंत्रित करेंगे। सभी शालाओं में त्रैमासिक एवं अद्र्धवार्षिक परीक्षा एवं प्री-बोर्ड के उपरांत अभिभावकों के साथ बैठकें होगी। इससे ज्यादा भी बैठकेें की जा सकती है।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
-विद्यार्थी की उपस्थिति, स्वभावगत परिवर्तन व अभिरूचि।
-विद्यार्थी के परीक्षा परिणाम की स्थिति।
-सांस्कृतिक या बालसभा की गतिविधियों में हिस्सा लेना।
-विद्यार्थी का अन्य विद्यार्थियों व शिक्षकों के साथ व्यवहार।
-विद्यार्थी की आदतों व अध्ययन की जानकारी।
-विद्यालय व अन्य कक्षाओं में उपस्थिति की जानकारी।
-प्रोत्साहन की प्राप्ति व बैंक खातों की जानकारी।
-सामाजिक सरोकारों व अन्य मुद्दों पर चर्चा।
लोक शिक्षण शहडोल के संयुक्त संचालक उमेश कुमार धुर्वे के मुताबिक पैरेंट्स टीचर मीटिंग से संबंधित आदेश सरकारी स्कूलों तक पहुंचाया जा चुका है। शाला प्रधानों को इस संबंध में निर्देशित भी किया जा चुका है। इस तरह की पहल से सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार आएगा।