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गुरूकुलम का पहले जैसा नहीं रहा सम्मान, पद सभालने चार प्राचार्य और दो अधीक्षको ने खड़े किए हाथ

locationशाहडोलPublished: Apr 21, 2019 08:11:33 pm

काउंसलिंग में रुचि नहीं दिखा रहे प्रतिभागी

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गुरूकुलम का पहले जैसा नहीं रहा सम्मान, पद सभालने चार प्राचार्य और दो अधीक्षको ने खड़े किए हाथ

शहडोल. नव निर्मित क्रीड़ा परिसर विचारपुर में संचालित होने वाले गुरुकुलम को प्राचार्य और अधीक्षक ढ़ूढ़े नहीं मिल रहे है। जबकि गुरुकुलम को को इसी सत्र से शुरू किया जाना है। शासकीय गुरुकुलम विद्यालय में प्राचार्य, अधीक्षक एवं अधीक्षिका पदों में भर्ती के लिए जनजातीय विभाग के संभागीय उपायुक्त ने शनिवार को पांच-पांच शासकीय कर्मचारियों की काउंसलिंग कराई। लेकिन गुरुकुलम में प्राचार्य और अधीक्षक का पद सभालने प्रतिभागी राजी नहीं हो रहे है। इस संबंध में संभागीय उपायुक्त जेपी सरवटे ने बताया है कि इस सत्र में गुरूकुलम विद्यालय का संचालन ग्राम विचारपुर में नवनिर्मित क्रीड़ा परिसर में कराया जाएगा। जिसके लिए प्राचार्य, अधीक्षक व अधीक्षिका के लिए पांच-पांच लोगों के ग्रुप को बुलाया गया था। जिसमें प्राचार्य पद के लिए पांच में चार लोगों ने मना कर दिया है और अधीक्षिका पद के लिए तीन महिलाएं आई, जिसमें दो ने मना कर दिया है। ऐसी हालत में गुरूकुलम की नई व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है। गुरुकुलुम में प्राचार्य और अधीक्षक पद के लिए की गई काउंसलिंग को चुनाव आचार संहिता का उलंघन भी माना जा रहा है। चुनाव आचार संहिता में किसी भी सरकारी विभाग में स्थानंतरण व पदस्थापना नहीं की जा सकती। इसके बाद भी ट्रायवल विभाग द्वारा लेटर जारी करके प्राचार्य और अधीक्षको को बुलाया गया। लेकिन चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में संभागीय उपायुक्त ने बताया कि इससे आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है, क्योंकि मैने कोई नया आदेश जारी नहीं किया है।

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