निर्दलीय प्रत्याशी ने मारी बाजी
जैतहरी नगरपंचायत चुनाव की मतगणना आज हुई। जहां सभी को चौकाते हुए भाजपा और कांग्रेस जैसी दिग्गज पार्टियों को मात देते हुए निर्दलीय प्रत्याशी नवरत्नी शुक्ला ने शानदार जीत दर्ज की। इस चुनाव में ना तो भाजपा की चली और ना ही कांग्रेस की। निर्दलीय प्रत्याशी नवरत्नी शुक्ला ने ८९८ वोट के अंतर से जीत हासिल की। नवरत्नी शुक्ला को 2027 वोट मिले, भाजपा दूसरे नंबर पर रही, इस चुनाव में भाजपा की ओर से सुनीता जैन मैदान पर थीं जहां सुनीता जैन को 1129 वोट मिले , तो वहीं कांग्रेस की ओर से गीता सिंह बघेल मैदान पर थीं, उन्हें 980 वोट ही मिले। 15 वार्ड में भाजपा, कांग्रेस, निर्दलीय तीनों के 5-5 पार्षदों ने जीत दर्ज की ।
जैतहरी नगरपंचायत चुनाव की मतगणना आज हुई। जहां सभी को चौकाते हुए भाजपा और कांग्रेस जैसी दिग्गज पार्टियों को मात देते हुए निर्दलीय प्रत्याशी नवरत्नी शुक्ला ने शानदार जीत दर्ज की। इस चुनाव में ना तो भाजपा की चली और ना ही कांग्रेस की। निर्दलीय प्रत्याशी नवरत्नी शुक्ला ने ८९८ वोट के अंतर से जीत हासिल की। नवरत्नी शुक्ला को 2027 वोट मिले, भाजपा दूसरे नंबर पर रही, इस चुनाव में भाजपा की ओर से सुनीता जैन मैदान पर थीं जहां सुनीता जैन को 1129 वोट मिले , तो वहीं कांग्रेस की ओर से गीता सिंह बघेल मैदान पर थीं, उन्हें 980 वोट ही मिले। 15 वार्ड में भाजपा, कांग्रेस, निर्दलीय तीनों के 5-5 पार्षदों ने जीत दर्ज की ।
नहीं चला किसी का जादू
इस बार जैतहरी नगरपंचायत चुनाव में किसी का भी जादू नहीं चला, पिछली बार कांग्रेस पार्टी की ओर से राम अग्रवाल नगरपंचायत अध्यक्ष थे। लेकिन इस बार के चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही, तो वहीं भाजपा की ओर से भी सुनीता जैन 1997 से 2002 के बीच नगरपंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। लेकिन इस बार उनका भी प्रभाव देखने को नहीं मिला।
इस बार जैतहरी नगरपंचायत चुनाव में किसी का भी जादू नहीं चला, पिछली बार कांग्रेस पार्टी की ओर से राम अग्रवाल नगरपंचायत अध्यक्ष थे। लेकिन इस बार के चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही, तो वहीं भाजपा की ओर से भी सुनीता जैन 1997 से 2002 के बीच नगरपंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। लेकिन इस बार उनका भी प्रभाव देखने को नहीं मिला।
मतगणना के दौरान नहीं था कोई भाजपा नेता
मतगणना के दौरान सुबह से ही भाजपा का कोई भी नेता वहां नजर नहीं आया। पूरी मतगणना एजेंटों के भरोसे हुई। भाजपा जैसी बड़ी पार्टी के एक भी वरिष्ठ नेता नजर नहीं आए।
मतगणना के दौरान सुबह से ही भाजपा का कोई भी नेता वहां नजर नहीं आया। पूरी मतगणना एजेंटों के भरोसे हुई। भाजपा जैसी बड़ी पार्टी के एक भी वरिष्ठ नेता नजर नहीं आए।