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यहां मुनगे की पत्ती बेंचकर किसानो ने कमाएं लाखो, बड़े महानगरों में बढ़ी मांग

locationशाहडोलPublished: Nov 20, 2020 12:57:23 pm

Submitted by:

Ramashankar mishra

कृषक उत्पादक संगठन स्थानीय उत्पादों को दे रहा बढ़ावा मुनगा की पत्ती के पाउडर के साथ कैप्सूल और टिक्की भी उपलब्ध

यहां मुनगे की पत्ती बेंचकर किसानो ने कमाएं लाखो, बड़े महानगरों में बढ़ी मांग

यहां मुनगे की पत्ती बेंचकर किसानो ने कमाएं लाखो, बड़े महानगरों में बढ़ी मांग

शहडोल. मुनगा की पत्ती से लेकर फल तक के औषधीय गुणो की जानकारी के बाद जिले कि किसानों के लिए मुनगा की खेती लाभ का धंधा साबित हुई है। जिसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अकेले वर्ष 2019-20 में जिला मुख्यालय में संचालित मैकल ट्रेडिशनल आर्गेनिक कृषि उत्पादक संगठन ने जिले के किसानों से 20 टन मुनगा की पत्ती की खरीदी की है। जिसकी ग्रेडिंग व पैकेजिंग कर उसे लगभग 15 लाख में संगठन द्वारा बिक्री की गई है। वहीं इस सत्र के लिए 50 टन मुनगा पत्ती कलेक्शन का लक्ष्य रखा गया है।
बड़े शहरों में बढ़ी डिमांड
मैकल ट्रेडिशनल आर्गेनिक कृषि उत्पादक संगठन के सीईओ प्रदीप सिंह ने बताया कि मुनगे की पत्ती की बड़े-बड़े शहरों में मांग है। वह अभी सिर्फ रायपुर को ही पत्ती उपलब्ध करा पा रहे हैं। जबकि दिल्ली, कलकत्ता, भोपाल, इंदौर जैसे महानगरों से डिमांड हो रही है। मुनगे के औषधीय गुणों की वजह से इसकी लगातार मांग बढ़ रही है। जिसके अनुरूप जिले के किसानों को भी प्रेरित किया जा रहा है। अब किसान स्वयं ही ज्यादा से ज्यादा पौधे लगा रहे हैं।
किसानों को बांटे 50 केजी बीज
कृषक उत्पादन संगठन द्वारा किसानों को मुनगा की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसके सार्थक परिणाम सामने आए है। जिले के लगभग 500 किसानों ने मुनगे की खेती अपनाई है। जिला मुख्यालय से लगे विचारपुर, कठौतिया, कोतवार कला, सामतपुर के किसान मुनगे की खेती कर रहे हैं। इसके साथ ही रायपुर में लगभग 25 एकड़ में किसान मुनगे की खेती कर रहे हैं। कृषक उत्पादक संगठन द्वारा सत्र 2019-20 में 50 केजी बीज किसानों को वितरित किए थे। जिससे लगभग 80 हजार पौधे किसानों ने तैयार किए हैं।
वैल्यू एडिट से ज्यादा लाभ
किसानों से मुनगा पत्ती की खरीदी के बाद उनकी वैल्यू एडिट कर बाजार में अलग-अलग उत्पादों के रूप में इसकी सप्लाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि अभी तक इन पत्तियों का सिर्फ पाउडर बाजार में उपलब्ध था। अब इसकी कैप्सूल व टैबलेट के साथ छोटे-छोटे बच्चों के लिए गुड़ की पट्टी भी उपलब्ध है। इस पट्टी में मुनगा पत्ती का पाउडर भी मिक्स किया गया है। जिससे कि बच्चे आसानी से इसका सेवन कर सकें।
इनके लिए फायदेमंद है मुनगे की पत्ती
मुनगे की पत्ती के कई औषधीय गुण बताए गए हैं। इसके साथ ही इसमें कैल्शियम, आयरन सहित अन्य पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। जानकारों की माने तो मुनगे में गाजर से दो गुना विटामिन ए, दूध से 14 गुना ज्यादा कैल्शियम, ओट्स से 4 गुना ज्यादा फाइबर, केले से 4 गुना ज्यादा पोटैशियम व पालक से 9 गुना ज्यादा आयरन पाया जाता है।
इनका कहना है
जिले के कृषकों को मुनगे की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उत्पादन के बाद खरीदी भी की जा रही है व उन्हे रोजगार भी मुहैया कराया जा रहा है। औषधीय गुण होने की वजह से इसकी मांग बढ़ी है। पाउडर के अलावा अब मुनगे की टैबलेट व पट्टी भी उपलब्ध हो रही है।
प्रदीप सिंह, सीईओ मैकल ट्रेडिशनल आर्गेनिक कृषि उत्पादक संगठन।

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