एक मार्केट में 25-30 दुकानें, ऊपर भी रिहायशी आवास, फायर वाहनों का पहुंचना होगा मुश्किल
शाहडोल
Published: May 10, 2022 12:07:17 pm
शहडोल. नगर के मुख्य मार्गों से लगे कुछ ऐसे बाजार है जहां एक साथ कई दुकानें संचालित हो रही हैं जिसकी छतें इतनी नीची हैं कि यहां दमकल वाहन का पहुंच पाना मुश्किल ही नही नामूमकिन है। एक ही मार्केट में 25-30 दुकानें संचालित हो रही हैं जिनके ऊपर भी अलग-अलग कॉम्पलेक्स व रिहायसी मकान बना दिए गए हैं। जहां फायर सेफ्टी के लिहाज से कोई भी माकूल व्यवस्था नहीं बनाई गई है। आमने-सामने की दुकानों के बीच से निकलने के लिए महज एक संकरी गली है जिससे सिर्फ पैदल गुजरा जा सकता है। ऐसी गलियों के बीच सजे बाजार को लेकर प्रशासन भी गंभीर नहीं है। यहां बरती जा रही लापरवाही को नजर अंदाज किया जा रहा है जो कभी भी घातक साबित हो सकता है।
यहां भी संकरे रास्ते में फैला बाजार
नगर के शेर चौक से सिंधी बाजार व दूसरी तरफ पंचायती मंदिर तक काफी संकीर्ण रास्ता हैं। इन रास्तो में पूरा बाजार फैला रहता है। सिंधी बाजार की ओर जाने वाले मार्ग की यह स्थिति होती है कि पैदल निकलना भी बड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में खुदा-न-खास्ता कोई हादसा हुआ तो लोग इस रास्ते में ही फंसकर रह जाएंगे। संकरे रास्ते के साथ ही दुकानों का सामान भी फैला रहता है। इसके अलावा यहां खरीदारी करने आने वाले लोग अपने वाहन भी सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं।
गांधी चौक से शेर चौक के बीच सघन बाजार
नगर के हृदय स्थल कहे जाने वाले गांधी चौक से शेर चौक के बीच काफी घना बाजार फैला हुआ है। साथ ही चार से पांच ऐसे मार्केट भी बने हैं जहां एक साथ पहले तल में 25-30 दुकाने संचालित हो रही हैं वहीं ऊपर रिहायसी आवास व अन्य व्यावसायिक प्रयोजन से काम्पलेक्स बना दिए गए हैं। इन मार्केट में आमने-सामने एक-दूसरे से सटी दुकानें है। जिनके बीच से सिर्फ पैदल आने-जाने के लिए संकरा रास्ता है। ऐसे में कोई घटना घटित हुई तो सैकड़ो लोग इस मार्केट से बाहर ही नहीं निकल पाएंगे।
तकनीकी खामियां, फिर भी अनदेखी
नगर के गांधी चौक से जैन मंदिर के बीच तीन ऐसे मार्केट हैं जहां एक साथ कई दुकानें बनी है। तकनीकी मापदण्डो की बात की जाए तो इन मार्केट में कई खामियां है। इसके बाद भी उन्हे नजर अंदाज किया जा रहा है जो कि निकट भविष्य में घातक साबित हो सकता है। इन दुकानों के बीच न तो कोई गैप है और न ही यहां से बाहर निकलने का कोई वैकल्पिक रास्ता। वहीं दुकानों के ऊपर भी दुकानें व रिहायसी मकान बना दिए गए हैं। फायर सेफ्टी के लिहाज से भी यहां कोई इंतजाम नहीं हैं।
इनका कहना है
संकीर्ण गलियों के लिए छोटे वाहन भी उपलब्ध हैं। मार्केट में अग्निशामक यंत्र के साथ ही फायर सेफ्टी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
राजकुमार विश्वकर्मा, दमकल प्रभारी नगर पालिका शहडोल
सबसे लोकप्रिय
शानदार खबरें
मल्टीमीडिया
Newsletters
Follow Us
Download Partika Apps
Group Sites
Top Categories
Trending Topics
Trending Stories
बड़ी खबरें