scriptये ही हैं जंगल के असली रखवाले, हमेशा अनदेखा रह जाता है इनका योगदान | hese are real keepers of the forest | Patrika News

ये ही हैं जंगल के असली रखवाले, हमेशा अनदेखा रह जाता है इनका योगदान

locationशाहडोलPublished: Jun 05, 2021 11:31:13 am

Submitted by:

amaresh singh

जंगल बचाने से लेकर वन्यजीवों के संरक्षण में बड़ी भूमिका निभा रहे चौकीदार

hese are the real keepers of the forest,

ये ही हैं जंगल के असली रखवाले, हमेशा अनदेखा रह जाता है इनका योगदान

शुभम बघेल
शहडोल. प्रकृति बचाने से लेकर वन्यजीवों के संरक्षण में जंगल के चौकीदार पर्दे के पीछे रहकर बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। कम संसाधन और सुविधाओं के बीच ये ही जंगल के असली रखवाले हैं लेकिन इनका योगदान हमेशा अनदेखा रह जाता है। लकड़ी कटाई से लेकर जंगल की देखरेख और वन्यजीवों को शिकारियों से बचाने में ये चौकीदार ही जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कहीं ये जंगलों को आग से बचा रहे हैं तो कभी हाथ के इशारों के साथ हाथी और बाघों को भी कंट्रोल में कर रहे हैं। बांधवगढ़ सहित शहडोल सर्किल में तीन हजार से ज्यादा जंगल के चौकीदार सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए हैं। कम संसाधनों के बीच भी कड़कड़ाती ठंड और धूप में भी पैदल और साइकिल से पूरा जंगल नाप रहे हैं। हाल ही में जंगलों में धधकी आग को नियंत्रित करने के साथ बाघ और जंगली हाथियों के रेस्क्यू में भी इनका योगदान रहा है। वन विभाग के अधिकारी भी इन्हे जंगलों के लिए लाइफलाइन और फ्रंट लाइन वर्कर मानते हैं।

तय करते हैं टेरिटरी, बताते हैं कैसा है वन्यजीव का व्यवहार
बांधवगढ़ के पूर्व फील्ड मृदुल पाठक कहते हैं, जंगल के चौकीदार के बिना अधिकारियों का जंगल के भीतर पहुंचना मुश्किल होता है। हर कदम पर सहयोग लेना पड़ता है। बाघों की टेरिटरी भी चौकीदार ही तय करते हैं। बाघों के मूवमेंट पर नजर रखते हुए ये ही लोकेशन रीडिंग लेते हैं। इनकी रिपोर्ट के बाद ही अधिकारी बाद की टेरिटरी चिन्हित करते हैं। इतना ही नहीं, चौकीदार की बाघ, हाथी और वन्यजीवों का व्यवहार अधिकारियों को रूबरू कराते हैं। बाघ और दूसरे वन्यजीव का व्यवहार कैसा है, किस पर निर्भर है और किस स्थिति में हमला करता है, ये मैदानी स्तर की रिपोर्ट भी वन विभाग के बड़े अधिकारी चौकीदार के माध्यम से ही तैयार करते हैं। मृदुल पाठक बताते हैं, पूर्व में बाघों के रेस्क्यू से लेकर सीधी क्षेत्र में जंगली हाथियों के उत्पात को नियंत्रित करने में भी इन चौकीदारों की बड़ी भूमिका रही है।

अधिकारी भी सीखते हैं गुर लेकिन सुविधाओं की दरकार
जिंदगी खतरे में डालकर आग नियंत्रण से लेकर बाघों की सुरक्षा में योगदान देने वाले जंगलों के चौकीदारों को आर्थिक सशक्त करने प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। न तो सुरक्षा के संसाधन दिए जाते हैं और न ही किसी तरह की बीमा सुविधाएं सरकार दे रही है। हर माह 8 से 10 हजार रुपए की मजदूरी के भरोसेचौकीदारों को परिवार चलाना पड़ रहा है, फिर भी कम संसाधनों के बीच जंगलों को बचाकर रखाहै।

बाघिन व शावकों से सामना, इशारों में हट गई बाघिन
बांधवगढ़ के चौकीदार रामप्रताप बैगा पिछले 20 साल से ज्यादा समय से जंगल बचाने में जुटे हैं। इन्हे बाघों की ट्रैकिंग के लिए एक्सपर्ट माना जाता है। टाइगर का एक-एक मूवमेंट इनकी नजर में रहता है। वन विभाग के अधिकारी भी इनसे सीखते हैं। 2010 में बीट गार्ड कमलेश नंदा के साथ पेट्रोलिंग के दौरान बाघिन बी 2 से आमना-सामना हो गया था। बाद में चौकीदार रामप्रताप के इशारों और सूझबूझ के बाद बाघिन ने रास्ता बदल दिया था। इसी तरह ताला रेंज में कमलेश नंदा और रामप्रताप को बाघिन और शावकों ने नदी व गुफा के किनारे घेर लिया था। चौकीदार की सूझबूझ ने बाघिन हट गई थी।

गाज गिरी, नहीं हारे हिम्मत, पहाड़ी से देते हैं सूचना
चौकीदार रमेश सिंह बांधवगढ़ नेशनल पार्क के बी 16 टॉवर पर ड्यूटी कर रहे हैं। बांधवगढ़ क्षेत्र में दो दशक से ज्यादा समय से जंगल की सुरक्षा में लगे हैं। ये बी 16 टॉवर पहाड़ी से पूरे क्षेत्र में सूचनाओं को भेजने का काम करते हैं। हरियाली और सबसे ऊपर होने की वजह से इस टावर के नजदीक पूर्व में आकाशीय बिजली की गिर गई थी लेकिन इन्होने हौसला नहीं हारा। अभी भी ड्यूटी का फर्ज निभा रहे हैं। वन्यजीवों के मूवमेंट से लेकर पार्क के भीतर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी सीधे इन तक पहुंचती हैं। संदिग्ध लगने पर फौरन ये बड़े अधिकारियों तक जानकारी पहुंचाते हैं।


जंगलों की सुरक्षा में चौकीदारों की बड़ी भूमिका है। आग बुझाने से लेकर वन्यजीवों को बचाने में ये चौकीदार पूरी तरह जुटे हुए हैं। समय-समय पर वन विभाग बेहतर कार्य पर प्रोत्साहित भी करता है।
पीके वर्मा, सीसीएफ
वन वृत्त शहडोल

वन्यजीवों के संरक्षण और प्रकृति बचाने में हमारे चौकीदारों का योगदान है। समय-समय पर कैंप के माध्यम से इन्हे प्रोत्साहित और संसाधन भी उपलब्ध कराते हैं।
वीसेंट रहीम, फील्ड डायरेक्टर
बांधवगढ़ नेशनल पार्क

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो