ऊंची विजय पताका लिये हिमालय खडा रहेगा, समूहगान प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने जीता पुरस्कार
शाहडोलPublished: Sep 10, 2018 08:56:50 pm
भारत विकास परिषद का आयोजन
ऊंची विजय पताका लिये हिमालय खडा रहेगा, समूहगान प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने जीता पुरस्कार
ऊंची विजय पताका लिये हिमालय खडा रहेगा, समूहगान प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने जीता पुरस्कार
बुढ़ार. भारत विकास परिषद द्वारा दशभक्ति से ओतप्रोत हिन्दी एवं संस्कृत भाषा के राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें विद्यालयीन छात्र एवं छात्राओं ने सराहनीय गीतों की प्रस्तुति की। जिसकी सराहना उपस्थित जनों ने की।
रिलायन्स सीबीएम प्रोजेक्ट के डायरेक्टर-एसके सिंह के मुख्यातिथ में तथा पं शम्भूनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मुकेश तिवारी के अध्यक्षता एवं पूर्व विधायक छोटे लाल सरावगी के विशिष्ट आतिथ्य में समूहगान प्रतियोगिता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्यातिथ रिलायंस सी.बी.एम. प्रोजेक्ट के डायरेक्टर-एस.के.सिंह ने कहाकि- भारत विकास परिषद ने राष्ट्रीयता की भावना को और अधिक जागृत करनें तथा भावीपीढ़ी को कला से लाभान्वित एवं प्रोत्साहित करने स्तुत्य प्रयास किया है जो प्रषंसनीय है। सिंह ने कहाकि- विज्ञान जब आगे बढ़ता है वह कला का ही स्वरुप है। इस दिशा में विद्यालयीन छात्र अपनी कला का और अच्छा प्रदर्र्शन करें जिससें निखार आ सकें। देशभक्ति गीतों की आयोजित समूहगान प्रतियोगिता में सरस्वती उ.मा.विधालय बुढ़ार, डी.ए.बी. पब्लिक स्कूल बुढ़ार, एम.जी.एम. स्कूल धनपुरी तथा विधासागर इंग्लिश मीडियम स्कूल बुढ़ार के छात्र-छात्राओं ने हिन्दी एवं संस्कृत भाषा के गान की प्रस्तुति दी जिसका उपस्थित जनों ने करतल ध्वनि से सराहना की। समूहगान प्रतियोगिता में सबसे ऊंची विजय पताका लिये हिमालय खडा रहेगा, मानवता का मान विन्दु यह भारत सबसे बड़ा रहेगा जैसे अनेक गीतों की प्रतिभागियों ने प्रस्तुत की।
प्रतियोगिता में प्रथमस्थान डीएबी पब्लिक स्कूल बुढ़ार, द्वितीय विद्यासागर स्कूल, धनपुरी ने अर्जित की। मुख्यातिथ, अध्यक्ष व अतिथियों ने विजेता प्रति भागियों को स्मृति चिन्ह व प्रमाणपत्र देकर उनका उत्साह बढ़ाया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष कुलपति डा. मुकेश तिवारी ने कहाकि भारतविकास परिषद का राष्ट्रीयता की भावना और प्रगाढ हो कि दिशा में रचनात्मक प्रयास है जो स्वागत योग्य है। वहीं परम्परागत कार्यक्रम से हटकर सामाजिक सरोकार के साथ कुपोषण से पीडि़तों को निजात दिलानें सार्थक पहल करें।
भारत विकास परिषद की संरक्षक शालिनी सरावगी ने मुख्यातिथ एवं अतिथियों का स्वागत करते हुये कहाकि संस्कार, सेवा एवं समर्पण की भावना से परिषद समाज में रचनात्मक भूमिंका का निर्वहन कर रहा है और अपेक्षित सहयोग संगठन को अर्जित हो रहा है। समूहगान प्रतियोगिता के मध्य नगर के उदीयमान
सितार वादक धर्मेन्द्र ताम्रकार ने मधुरध्वनि के मध्य सितार वादन की प्रस्तुति दी। अध्यात्म, षिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में तत्पर सर्व- सी.एम.ओ. एस.के.ओझा, मोहन नामदेव, मैथली शरण गुप्ता, श्रीकान्त शर्मा, रामसजीवन पटेल, देवेन्द्र श्रीवास्तव, डा. सुधा नामदेव, विश्व नाथ त्रिपाठी, मृगेन्द्र श्रीवास्तव, अरविन्द खरे का सम्मान शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेटकर किया गया।