मानव शरीर में अचानक होने वाले परिवर्तनों का मकसद
हमारे शरीर कई ऐसे परिवर्तन होते हैं, जिसका आभास हमें हो भी नहीं पाता, लेकिव इसका असर हमारे शरीर पर पड़ता है, लेकिन अगर हम अपने शरीर के बारे में आप जानना चाहते हैं, ताकि शरीर में होने वाले परिवर्तनों से पड़ने वाले असर का ज्ञान हासिल कर सकें, तो यह खबर आपके लिए है। इससे आपको बॉडी में होने वाले परिवर्तनो के आसानी से जवाब मिल जाएंगे।
-त्वचा सिकुड़ना
ज्यादा समय के लिए पानी काम करते समय हम देखते हैं कि, हमारे हाथ-पैर की उंगलियां और तलवों की त्वचा सिकुढ़ जाती है। देर तक पानी में रहने के कारण त्वचा में चिकनाहट बढ़ जाती है। जिससे किसी भी चीज को पकड़ने या खुद को संभालने के लिए शरीर में यह बदलाव होता है, जो उस व्यक्ति विषेश के लिए लाभकारी होता है। भगवान पर विश्वास रखने वाले इसे उसके चमत्कारों का एक अंश मान सकते हैं।
-रोंगटे खड़े होना
जब कभी जरूरत से ज्यादा ठंड लगने पर हमारा दिमाग गर्माहट महसूस कराने के लिए संकेत भेजकर शरीर के रोंगटे खड़े कर देता है। इस संकेत के मिलने के बाद दिमाग शरीर को गर्म रखने की प्रक्रिया शुरु कर देता है।
-जम्हाई आना
वैसे तो, जम्हाई आने को बोरियत का नाम दिया गया है, लेकिन जम्हाई कम नींद लेने और शरीर के तापमान को जरूरत पड़ने पर कम करने के लिए आती है, इसके संकेत होते हैं, कि अब शरीर को आराम की ज़रूरत है।
-छींक आना
सर्दी-जुकाम नहीं होने के कारण छींकें आती हैं। जब कभी हमारी सांस के साथ मिट्टी के धूल-कण शरीर में प्रवेश करने लगते हैं तो उन्हें अंदर जाने से रोकने के लिए छींक आती है। छीक के ज़रिये दिमाग के रास्ते पर पहुंचने वाले किसी भी अनावश्यक कण बाहर आ जाता है। साथ ही इससे, दिमाग स्वस्थ रहता है। दूसरी बात यह कि, शरीर का हर अंग रेस्टमोड पर आता है, लेकिन हमारा दिल ही एक ऐसा अंग है, जो हर समय अपना काम करता रहता है। लेकिन, सिर्फ छींक आने के समय सिर्फ एक पल के लिए हमारा दिल रुकता है, इतने समय में ही उसका रेस्ट पूरा हो जाता है और वह अगले कार्य के लिए स्वस्थ हो जाता है, लेकिन, यह बात सिर्फ आमतौर पर आने वाली छींक के लिए ही लागू होती है। ज्यादा छीकें आना सेहत के लिए हानीकारक हो सकता है।
-आंखों में आंसू
आंसू को खुशी या गम के रूप में देखा जाता है, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई ये है कि आंसू आंखों की सफाई करते हैं। बता दें कि, आंसू में सोडियम का मिश्रण होता है, जो आंखों के अंदर बनने वाली गंदगी या गैर ज़रूरी परत को काटता है, आगर व्यक्ति को लंबे समय तक आंसू ना आएं तो उसे दिखना भी बंद हो सकता है।
-पसीना
इंसान शरीर में गर्मी का एहसास होता है तो पसीना आने लगता है। मगर इसके पीछे का कारण ये है कि जब हमारे शरीर का तापमान जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है तो उसे ठंडा करने के लिए शरीर से पसीना आने लगता है।
-हिचकी
हिचकी आना लोगों में आम होता है और अक्सर लोग कहते हैं कि हिचकी जब कोई याद करता है, लेकिन यह धारणा गलत है। जब हम कोई भी चीज गलत तरीके से या जल्दबाजी में खा लेते हैं तो न्यूमोगैस्ट्रिक नर्व पर दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से हिचकी आती है। ताकि, वह नर्व साफ हो जाए और दौबारा सुलभ कार्य पर लौट सके।