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कलेक्टर ने कार्रवाई कर कहा था लीज निरस्त करो, इधर बेखौफ माफिया ने नदी पाटकर फिर बना डाली सड़क

locationशाहडोलPublished: Dec 26, 2019 10:55:57 pm

Submitted by:

shubham singh

शहर से दस किमी दूर रोहनिया में सोन को छलनी कर रहे माफिया, कार्रवाई के बाद फिर शुरू अवैध खनन, कलेक्टर को खुद कार्रवाई के लिए जाना पड़ा था घाट, नदी के भीतर एसआर कंपनी ने बना ली थी सड़क

कलेक्टर ने  कार्रवाई कर कहा था लीज निरस्त करो, इधर बेखौफ माफिया ने नदी पाटकर फिर बना डाली सड़क

कलेक्टर ने कार्रवाई कर कहा था लीज निरस्त करो, इधर बेखौफ माफिया ने नदी पाटकर फिर बना डाली सड़क

शहडोल। अफसरों से सांठगांठ के चलते बेखौफ खनन माफिया नदियों को छलनी कर रहे हैं। जिस खदान में कलेक्टर ने खुद पहुंचकर कार्रवाई की थी, ठीक उसी जगह दस दिन के भीतर माफियाओं ने दोबारा नदी में सड़क तैयार कर ली है। लीज से हटकर बेधड़क खनन माफिया ट्रैक्टर और डंपरों के माध्यम से रेत निकाल रहे हैं। इतना ही नहीं रात के वक्त हैवी मशीनें भी अवैध खनन के लिए उतारी जा रही हैं। दरअसल १७ दिसंबर को कलेक्टर ललित दाहिमा औचक निरीक्षण के लिए रोहनिया खदान पहुंच गए थे। ये खदान खनन कराने वाली कंपनी एसआर को आवंटित है। यहां पर माफियाओं ने नदी के भीतर सड़क तैयार कर ली थी। कलेक्टर ने कार्रवाई कराते हुए सात वाहनों को जब्त कराया था। कलेक्टर ने निर्देश दिए थे कि एसआर कंपनी के खिलाफ लीज निरस्त करने की कार्रवाई की जाए। लीज निरस्त करने खनिज विभाग ने नोटिस देकर खानापूर्ति कर ली। उधर दोबारा खनन माफियाओं ने नदी के भीतर बोल्डर डालकर सड़क तैयार कर ली और खनन शुरू करा दिया गया। इससे खनिज विभाग के अफसरों के साथ प्रशासन के अधिकारियों पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं।
पहले कार्रवाई, फिर सौंपी चाबी, अब दोबारा बनवाई सड़क
खनन माफियाओं का अफसरों से सांठगांठ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले कलेक्टर कार्रवाई के लिए पहुंचते हैं। यहां खनन करते हुए सात वाहन जब्त करते हैं। बाद में जब्त वाहनों को थाने न लाकर खनन माफियाओं को ही सौंप दिया जाता है। खनिज विभाग के अधिकारी पानी का बहाव ज्यादा होने की दलील देते हैं। कलेक्टर की कार्रवाई के ठीक ८ से १० दिन के भीतर खनन माफिया दोबारा नदी के भीतर बोल्डर डालकर सड़क बना लेते हैं और बड़े स्तर पर अवैध खनन शुरू करा दिया जाता है।
टीपी जारी नहीं, फिर भी कंपनी करा रही खनन
खनिज विभाग के अधिकारियों के अनुसार, एसआर कंपनी रोहनिया की खदान के लिए टीपी जारी नहीं हो रहे हैं। इसके बाद भी नदी के भीतर से रेत निकल रही है। पत्रिका टीम ने गुरुवार को रोहनिया खदान पहुंचकर पड़ताल की। यहां पर दोबारा खनन कारोबारियों ने नदी के भीतर से रेत निकालना शुरू कर दिया था। नदी के भीतर कई ट्रैक्टर और डंपर मौजूद रहे। बेधड़क यहां से रेत निकाली जा रही थी। बताया गया कि रात के वक्त खनन कारोबारी यहां मशीन भी लगाते हैं और बड़े स्तर में अवैध खनन कराते हैं।
कंपनी को जारी है नोटिस, मांगा जवाब
कलेक्टर की कार्रवाई के बाद खनिज विभाग ने एसआर कंपनी को नोटिस जारी किया था। खनिज विभाग ने जवाब मांगा था कि क्यों न लीज निरस्त करने की कार्रवाई की जाए। खनन कंपनी एसआर ने नदी के भीतर कई एरिया में सड़क तैयार कर ली थी। यहां नदी का बहाव भी रोक दिया गया था। इतना ही नहीं लीज से हटकर दूसरी ओर से भी खनन कराया जा रहा था। नोटिस के बाद खनन पर रोक थी लेकिन दोबारा खनन शुरू हो गया।

टीपी जारी नहीं हो रहे हैं, कार्रवाई करेंगे
रोहनिया की एसआर कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। लीज निरस्त करने के लिए जवाब मांगा है। रोहनिया खदान के लिए टीपी नहीं जारी हो रहे हैं। नदी से रेत निकल रही है तो गंभीर मामला है, कार्रवाई की जाएगी।
प्रभात कुमार पट्टा
प्रभारी खनिज अधिकारी शहडोल

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