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15 दिन में आनी थी जांच रिपोर्ट, तीन माह में नहीं आ पाई 164 सैंपल की रिपोर्ट

locationशाहडोलPublished: Feb 22, 2020 12:15:09 pm

Submitted by:

shubham singh

खाद्य पदार्थो के मिलावटखोरी पर नहीं लग रहा लगाम

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Additional commissioner directs Hawa, CPI officer engaged in Khanapurti, still service on road

शहडोल। जिले में खाद्य पदार्थो में मिलावटखोरी चरम पर चल रही है। मिलावटखोर मिठाई से लेकर हर खाद्य पदार्थो में मिलावट कर रहे हैं। कहने को तो खाद्य निरीक्षक खाद्य पदार्थो की सैंपल लेकर जांच के लिए भेजते हैं लेकिन जांच रिपोट आने में महीने लग जाते हैं तब तक मिलावटखोर आसानी से अपना काम करते रहते हैं। खाद्य निरीक्षक ने चार से पांच माह में खाद्य पदार्थो के 200 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे लेकिन तीन माह में महज 64 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आ पाई है जबकि जांच रिपोर्ट 15 दिन के भीतर आ जानी चाहिए थी।


जांच में 22 अमानक मिलें
खाद्य निरीक्षक को जो 64 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली है,उसमें महज 22 ही अमानक मिले हैं। जो खाद्य पदार्थ अमानक मिले हैं,उसमें दूध एवं खोवा, बर्फी, मलाई आदि शामिल है। इससे लग रहा है कि खाद्य पदार्थो में मिलावट कम हो गई है लेकिन ऐसा जिले में देखने को नहीं मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत बड़ी संख्या में खाद्य पदार्थो में मिलावट की जा रही है। जो 22 खाद्य पदार्थ जांच में अमानक मिले हैं। उन खाद्य विक्रेताओं के खिलाफ खाद्य एवं सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2011 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसमें मामला न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां विक्रेताओं को जुर्माना के साथ सजा भी हो सकती है।

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