शाहडोल

यहां बच्चें के जन्म से ही सुनिश्चित हो सकता है रोजगार, निर्वाचित प्रतिनिधि अब तक नहीं की कारगर पहल

पूर्व विधायक ,अधिवक्ता व आम नागरिकों ने पत्रिका मुद्दा क्या है पर रखी अपनी बात

शाहडोलMar 19, 2019 / 12:54 pm

raghuvansh prasad mishra

यहां बच्चें के जन्म से ही सुनिश्चित हो सकता है रोजगार, शिक्षा और रोजगार हो जन प्रतिनिधि की प्राथमिकता

शहडोल। संसदीय क्षेत्र का विकास व युवाओं को रोजगार लोकसभा चुनाव का प्रमुख मुद्दा होना चाहिए। इन मुद्दों को लेकर कार्य करने वाले जन प्रतिनिधि की आवश्यक्ता है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से शहडोल संसदीय क्षेत्र अभी भी पिछड़ा हुआ है। जिसका सबसे प्रमुख कारण नेतृत्व क्षमता का कमजोर होना है। क्षेत्र के विकास के लिए आगे आकर आवाज उठाने वाला जन प्रतिनिधि ही इस संसदीय क्षेत्र को चाहिए। उक्त बातें पत्रिका मुद्दा क्या है कि बैठक में चर्चा के दौरान अधिवक्ता व समाज सेवियों ने कही।
रोजगार और शिक्षा को तवज्जो
लोकसभा चुनाव में रोजगार और शिक्षा प्रमुख मुद्दा होना चाहिए। शिक्षित युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। जिले में पिछले १५-२० वर्ष से कालेजों व विद्यालयों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में प्राध्यापक नहीं है। स्टाफ की कमी के चलते शैक्षणिक व्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है। जन प्रतिनिधियों की अनुपलब्धता भी क्षेत्र के विकास में बाधक है।
सुखदीप खरे, वरिष्ठ अधिवक्ता
चिकित्सा क्षेत्र में फिसड्डी
संसदीय क्षेत्र में चिकित्सकीय व्यवस्था पूरी तरह से लड़ख़ड़ाई हुई है। चिकित्सकों के अभाव के चलते मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। मेडिकल कालेज बन रहा है लेकिन कब तक प्रारंभ होगा कहा नहीं जा सकता है। रोजगार के लिए कोई उद्योग नहीं है। इसके लिए किसी ने प्रयास भी नहीं किया है।
क्रिस्टी अब्राहम, समाज सेवी
व्यक्ति के साथ पैदा होने चाहिए
जिले में प्राकृतिक संपदा का बकूत भण्डार है। रोजगार उपलब्ध न हो पाना दुर्भाग्य की बात है। यहां व्यक्ति के पैदा होने के साथ ही रोजगार का सृजन हो जाना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है। रिलायंस की स्थापना के साथ एक उम्मीद जगी थी लेकिन उसमें भी स्थानीय युवाओं को तवज्जो नहीं दिया गया।
त्रिलोकी नाथ गर्ग, समाज सेवी
शिक्षित जन प्रतिनिधि का हो चयन
आरक्षित सीट होने के बाद भी ऐसे जन प्रतिनिधि का चयन होना चाहिए जो कि शिक्षित हो। क्षेत्र के मुद्दे को संसद में रखने वाला होना चाहिए। अभी तक ऐसा कोई जन प्रतिनिधि नहीं मिला जो यहां की जनता के हक की लड़ाई लड़ा हो। यहां कि प्राकृतिक संपदा का दोहन तो किया जा रहा है लेकिन उसके बदले यहां के विकास के लिए कुछ नहीं मिला।
कमला सिंह, पूर्व विधायक
मूलभूत सुविधा हों प्रमुख मुद्दे
संसदीय क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों की मूलभूत सुविधाओं की प्रतिपूर्ति प्रमुख मुद्दा होने चाहिए। आम जन को सड़क, बिजली व पानी जैसी सुविधाएं मुहैया कराने की बात करने वाले जन प्रतिनिधि का चयन होना चाहिए। क्षेत्र में अभी भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना है जिन पर कार्य करने की आवश्यक्ता है।
राममणि शुक्ला, अधिवक्ता
किसानों के हित के लिए हो बात
संसदीय क्षेत्र में निवास करने वाले किसानों को हमेशा ही नजर अंदाज किया जाता है। यहां का किसान अभी भी पिछड़ा हुआ है। उनके विकास के लिए प्राथमिकता के साथ कार्य करने की आवश्यक्ता है। किसानों को योजनाओं का लाभ व उनके विकास के लिए आगे आकर कार्य करने की आवश्यक्ता है।

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