अडिग रहता प्रशासन तो नहीं बनते हालात
पांच वर्ष पहले नगर पालिका द्वारा जैन मंदिर से पुराने गांधी चौक तक 6 से 9 मीटर और 9 से 12 मीटर तक अतिक्रमण हटाया जाना था। नपा ने जैन मंदिर के पास बोर्ड भी लगा दिया था। लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ। यहां कुछ लोगों ने 30 फिट तक अतिक्रमण कर लिया है। इनमें से अधिकांश लोग प्रभावशाली लोग हैं, जिससे कार्रवाई करने में प्रशासन कदम पीछे खींच रहा है। जबकि यहां सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण हटाया जाए तो चौड़ी सड़क निकल आएगी।
स्थानीय किराना, कपड़ा और सराफा व्यापारियों की मानें तो १ तारीख से प्रशासन जैन मंदिर से रेलवे स्टेशन जाने वाले मार्ग को शिवम लॉज तक वनवे किया जा रहा है। इससे व्यापार प्रभावित होगा। इसके पहले भी पुरानी व्यापारिक मंडी पर प्रशासन ने प्रहार किया है। जैन मंदिर के चंद कदमों की दूरी पर पुलिस के बेरीकेट ग्राहकों को वहां तक पहुंचने ही नहीं देते हैं। त्यौहार के समय व्यापार बढऩे की जगह आधा हो जाता है। अब वनवे होने से व्यापारियों की कमर टूट जाएगी।
– सराफा दुकानदार केके सराफ कहते हैं कि पांच वर्ष पहले चौड़ीकरण का बोर्ड लगाया गया था। लेकिन नपा पीछे हट गया। मेरी दुकान अतिक्रमण में आती है, प्रशासन हटवाए मैं तैयार हूं, लेकिन कार्रवाई सभी पर हो।
– स्थानीय व्यापारी महेश सराफ ने कहा नगरपालिका सन 60 का नक्शा निकाले, काफी चौड़ी रोड थी, परेशानी अतिक्रमण से है। वनवे करके दुकानदारों के पेट में लात न मारंे, अतिक्रमण हटाएं, ऑटो का रूट बदला जाए।