शाहडोलPublished: Apr 15, 2021 12:01:35 pm
amaresh singh
फीवर क्लीनिक में पंजीयन के लिए लंबी लाइन न लगाएं, दो कम्यूटर ऑपरेटर की करें व्यवस्था
गंभीर मरीजों को ही आईसीयू में रखें, जिन्हें आवश्यकता है
शहडोल. फीवर क्लीनिक मरीजो एवं कोविड-19 के पॉजटिव मरीज जो मेडिकल कालेज भर्ती होने के लिए आते है उन्हें अलग-अलग प्रवेश दिया जाए। इससे संभावित फीवर क्लीनिक में जांच कराने आए मरीज कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजो के सम्पर्क में आने से बच सकेगें। फीवर क्लीनिक के सामने अपने समक्ष मरीजो के बैठने के लिए कुर्सियां आदि की व्यवस्था की जाए। पंजीयन के समय ही फीवर क्लीनिक में टेस्ट कराने आए मरीज को उनका पंजीयन नंम्बर दे दिया जाएं जिससे वे बैठकर अपना नम्बर आने का इंतजार करे एवं अनाश्वयक भीड़ न लगाएं। उक्त निर्देश बुधवार को कलेक्टर डॉ सतेन्द्र सिंह ने मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान दिए।
उन्होने आक्सीजन सिलेंडर, बेड्स, वेंटीलेटर सहित अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली तथा मेडिकल कॉलेज में आ रहे मरीजों से चर्चा की। कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज में आए मरीजों को बैठने की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने डीन को निर्देशित किया कि पंजीयन के लिए बहुत लंबी लाइन न लगाए इसके लिए 2 कंप्यूटर आपरेटर लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान उस वार्ड का निरीक्षण किया जहां 60 विस्तरीय सीसीसी सेंटर बनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि आईसीयू के मरीजो को जिनको आवश्यकता है उन्हें स्टेप डाउन वार्ड में रखा जाएं। आईसीयू में उन्ही मरीजो को रखा जाए जो वास्तव में गंभीर हालत में हो।