हर मन्नत यहां होती है पूरी
मंदिर के पुजारी राजु बैगा ने बताया कि यहां पर दूर-दूर से लोग मन्नत मांगने के लिए आते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां पर जो लोग भी श्रद्धा के साथ माता से मन्नत मांगते हैं। वह जरूर पूरी होती है। खेर माता के बगल में हनुमान जी और भगवान भोले शंकर भी प्रतिमा भी स्थापित है। यहां पर कन्या पूजन, हवन, बच्चों का मूंडन किया जाता है। दूर-दूर के क्षेत्रों से लोग आकर अपने बच्चों का मूंडन करते हैं। नवरात्रि में यहां जवारे भी बोये जाते हैं। यहां पर 201 जवारे बोये गए हैं।
पेड़ के नीचे आते हैं सर्प
यहां आज भी बरगद के पेड़ के नीचे एक प्रतिमा है। उस प्रतिमा के आस-पास सर्प आते रहते हैं। कई श्रद्धालुओं को पेड़ के नीचे सर्प दिखे भी हैं। इसको लेकर ग्रामीणों का कहना है कि वह नागदेवता है। जो माता के यहां आते हैं। श्रद्धालु मंदिर में पूजा करने के बाद बरगद के पेड़ के नीचे स्थित माता की प्रतिमा की भी पूजा करते हैं।