जानिए- क्षीरसागर में क्या- क्या होगा पर्यटन सुविधाओं का विस्तार
शाहडोलPublished: Jun 05, 2020 12:09:03 pm
कलेक्टर ने क्षीरसागर स्थल का किया निरीक्षण
Know what will happen in Kshirsagar – what will be the expansion of tourism facilitiesजानिए- क्षीरसागर में क्या- क्या होगा पर्यटन सुविधाओं का विस्तार,जानिए- क्षीरसागर में क्या- क्या होगा पर्यटन सुविधाओं का विस्तार,जानिए- क्षीरसागर में क्या- क्या होगा पर्यटन सुविधाओं का विस्तार
शहडोल. संभागीय स्थल से लगे सोन और मुडना नदी के संगम स्थल स्थित क्षीरसागर पर्यटन स्थल में पर्यटकों को सुविधाओं को लेकर विस्तार किया जाएगा। कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने गुरुवार को क्षीरसागर में पर्यटन की दृष्टि से सुविधाओं को बढ़ाने एवं संगम स्थल को विकसित करने सीइओ जिला पंचायत, एसडीएम, तहसीलदार एवं सहायक यंत्री के साथ स्थल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मुडऩा नदी में संगम के पहले 2 अलग अलग डैम बनाने के लिए सीइओ जिला पंचायत पार्थ जायसवाल एवं सहायक यंत्री ग्रामीण यंात्रिकी सेवा अशोक मरावी से चर्चा की तथा कहा कि इन डैमों का प्रस्ताव ऐसा बनाएं कि इससे आस-पास के ग्रामों को सिंचाई सुविधा भी मिल सके। उन्होंने बिजौरी रोड़ से क्षीरसागर तक कच्चे मार्ग को पक्के मार्ग में परिवर्तित करने तथा क्षीर सागर मंदिर के सामने से संगम स्थल पूर्व तक पक्की सड़क बनाने एवं संगम स्थल के पास अंदर की पेबर रोड़ बनाने के लिए सहायक यंत्री को प्रस्ताव बनाकर देने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि मंदिर परिसर में लगे फलदार पौधों की बगिया को और विकसित कराया जाए तथा बड़े वृक्षों के पास चारों ओर चबुतरों का निर्माण कराया जाए। साथ ही मंदिर के पीछे से सोन नदी तक 10 फिट चौड़ी पक्की सीढिय़ों का निर्माण कर व्यवस्थित घाट एवं उसके बगल से बड़ा चबुतरा का निर्माण कराया जाए, जिससे प्राकृतिक छटा का लोग बैठ कर आनंद ले सकें। उन्होंने कहा कि यहां पर सुविधाओं के विस्तार होने से पर्यटक प्रेमियों का आवागमन बढ़ेगा।
कलेक्टर ने तहसीलदार बीके मिश्रा से मंदिर परिसर की भूमि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र राजस्व भूमि का है। उन्होंने संगम स्थल तक मंदिर के सामने से बनने वाली सड़क एवं सीढिय़ों को सुव्यवस्थित ढ़ंग से बनाने एवं सुरक्षात्मक दृष्टि से सीढिय़ा इत्यादि लगाने निर्देश दिए।
क्षीरसागर में स्थित भगवान विष्णु,मां दुर्गा एवं श्री महादेव मंदिर के महन्त केशव गिरी जूनाअखाड़ा ने बताया कि वर्ष 1995 में यहां पर स्थापित भगवान विष्णु की प्रतिमा मंदिर के पूर्व महन्त गोलोकबाशी जगदीश गिरी एवं रामबाबा की समधि की खोदई में शेषशायी विष्णु भगवान की मूर्ति मिली थी। इसीलिए इस स्थल का नाम क्षीरसागर रखा गया है। महन्त ने क्षीरसागर मंदिर तक विद्युत खम्बे नहीं होने पर विद्युत की व्यवस्था कराए जाने की कलेक्टर से मांग की, कलेक्टर ने कहा कि स्थल को विकसित करने के लिए सड़क, बिजली सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुलभ कराए जाने का प्रयास किया जाएगा।