scriptलेट-लतीफी : दूसरी लहर में शुरू तैयारी अब तक नहीं हुई पूरी, सिटी स्कैन जांच व प्लांट के लिए इंतजार | Late-Latifi : Preparations started in the second wave are not yet comp | Patrika News
शाहडोल

लेट-लतीफी : दूसरी लहर में शुरू तैयारी अब तक नहीं हुई पूरी, सिटी स्कैन जांच व प्लांट के लिए इंतजार

मेडिकल कॉलेज में नहीं शुरू हो पाई सिटी स्केन की सुविधा, जिला अस्पताल भेजते हैं मरीजप्रशासन के ढुलमुल रवैये की वजह से सुविधाओं का नहीं हो पाया पूरी तरह से विस्तारजिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज में नहीं शिफ्ट हो पाए ऑक्सीजन टैंक

शाहडोलDec 05, 2021 / 12:30 pm

Ramashankar mishra

लेट-लतीफी : दूसरी लहर में शुरू तैयारी अब तक नहीं हुई पूरी, सिटी स्कैन जांच व प्लांट के लिए इंतजार

लेट-लतीफी : दूसरी लहर में शुरू तैयारी अब तक नहीं हुई पूरी, सिटी स्कैन जांच व प्लांट के लिए इंतजार

शहडोल. कोविड की दूसरी लहर के बीच संसाधन जुटाने की कवायद अब तक पूरी नहीं हो पाई है। ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता, आईसीयू बेड, सिटी स्केन की सुविधा सहित अन्य संसाधन जुटाने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी तेजी से शुरुआत की थी। समय बीतने के साथ यह रफ्तार धीमी होती गई और नतीजा यह हुआ कि काफी समय बीतने के बाद भी यह तैयारी पूरी नहीं हो पाई। मेडिकल कॉलेज में दो ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक स्वीकृत हुए थे जिनमें से एक कैंसल हो गया और दूसरे के लिए टैंक तो आ गया है लेकिन वह शिफ्ट नहीं हो पाया है। कुछ ऐसी ही स्थिति जिला चिकित्सालय की भी है। यहां भी दूसरे पीएसए प्लांट के लिए टैंक और मशीनरी तो आ गई है लेकिन अभी यह पूरी तरह से व्यवस्थित नहीं हो पाया। वहीं मेडिकल कॉलेज में सितम्बर में शुरु होने वाली सिटी स्केन सुविधा के लिए मरीजों को अभी भी इंतजार है। ऐसे में मरीजों को या तो मेडिकल कॉलेज से जिला चिकित्सालय सिटी स्केन के लिए आना पड़ता है या फिर निजी सेंटरो में मोटी रकम चुकानी पड़ेगी।
पहले की टेस्टिंग, दूसरे में हो रही विद्युतीकरण
जिला चिकित्सालय में दो ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति मिली थी। जिसमें 1000 एलपीएम क्षमता का पीएसए प्लांट तैयार है। जिसे प्रारंभ कर दिया गया है और चार दिन तक इसकी टेस्टिंग की जा रही है कि कहीं ऑक्सीजन सप्लाई में किसी भी प्रकार की कोई तकनीकी समस्या तो नहीं आ रही है। जबकि दूसरे ऑक्सीजन प्लांट के लिए मशीनरी और टैंक उपलब्ध हो गए हैं। अभी यह पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि फिलहाल यहां विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। जिसके बाद ही इसे पूरी तरह से स्थापित किया जाएगा।
अभी भी जिला चिकित्सालय आते हैं मरीज
मेडिकल कॉलेज में अस्पताल की सुविधाएं प्रारंभ हो गई है। मरीजों को भर्ती कर उनका समुचित इलाज भी किया जा रहा है। लेकिन अभी भी यहां सिटी स्केन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन नेप्राइवेट कंपनी के माध्यम से यहां सिटी स्केन सुविधा शुरु करने की तैयारी की थी। जिसके लिए परिसर में प्रबंधन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई है। कुछ मशीनरी भी उपलब्ध हो गई हैं फिर भी तक इस सुविधा का लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। सितम्बर में ही कंपनी द्वारा इसे प्रारंभ किया जाना था लेकिन अभी तक कंपनी द्वारा इंस्टालेशन सहित अन्य तैयारियां नहीं की गई है। ऐसें में मेडिकल कॉलेज में इलाजरत् मरीजों को जिला चिकित्सालय या फिर निजी सेंटरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। कोविड की दूसरी लहर के दौरान भी मरीजों को इस मुश्किल का सामना करना पड़ा था।
दो में से एक रद्द, दूसरा अब तक पूरा नहीं
मेडिकल कॉलेज में मरीजों के लिए लगातार बढ़ते दबाव और ऑक्सीजन की खपत को देखते हुए दो और ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक स्थापित करने की स्वीकृति मिली थी। जिसमें 20 हजार लीटर का स्टोरेज टैंक शासन स्तर से और एक विधायक निधि से स्थापित किया जाना था। जिसमें से शासन स्तर से ठेकेदार के माध्यम से कार्य प्रारंभ कराया गया है लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हो पाया। टैंक आ गया है लेकिन अभी तक यह शिफ्ट नहीं हो पाया। वहीं विधायक निधि से तैयार होने वाले स्टोरेज टैंक के लिए पहले निर्माण एजेंसी नहीं मिली और अब इसे कैसल कर दिया गया है।
इनका कहना है
मेडिकल कॉलेज में पीएसए प्लांट तैयार है, 20 हजार लीटर ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक के लिए तैयारी पूरी हो गई है। टैंक भी उपलब्ध हो गया है। जल्द ही इसे स्थापित कर लिया जाएगा। सिटी स्केन सुविधा की भी तैयारी पूरी है। संबंधित कंपनी से चर्चा कर इसे भी शीघ्र ही प्रारंभ कराया जाएगा।
-डॉ. मिलिन्द शिरालकर, डीन मेडिकल कॉलेज शहडोल।

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