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रात में कलेक्टर के दफ्तर में मिले प्रभारी मंत्री, कहा राहुल गांधी के लिए परमिशन लेने आया था

locationशाहडोलPublished: Apr 21, 2019 09:14:25 pm

Submitted by:

shubham singh

कलेक्टर के अलावा कई बड़े अधिकारी भी रहे मौजूद, भाजपा ने निर्वाचन आयोग से की शिकायत

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शहडोल। चुनावी तैयारियों के बीच प्रभारी मंत्री गुपशुप तरीके से शनिवार की रात कलेक्ट्रेट पहुंचकर अफसरों के साथ गुफ्तगू कर रहे थे। यहां अधिकारियों की बैठक भी चल रही थी। प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम कलेक्टे्रट परिसर में एक घण्टा से ज्यादा समय तक रहे। लगभग साढ़े दस बजे निजी वाहन क्रमांक एमपी ५२ सीए ००१४ से कलेक्टे्रट से रवाना हुए। इस दौरान कलेक्टर ललित दाहिमा के अलावा कई अधिकारी भी कलेक्ट्रेट में ही मौजूद रहे। कलेक्ट्रेट में मौजूद प्रभारी मंत्री मरकाम पत्रिका से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी के दौरे को लेकर परमिशन के लिए यहां आया हुआ था। उधर मामले को लेकर भाजपा ने रिटर्निग ऑफीसर के माध्यम से निर्वाचन आयोग से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। सूत्रों की मानें तो प्रभारी मंत्री बैठक के साथ किसी व्यक्ति को अधिकारियों से मिलाने के लिए यहां पहुंचे थे।
10 मिनट पहले दूसरे गेट से निकले कलेक्टर
प्रभारी मंत्री मरकाम के कलेक्ट्रेट से बाहर निकलने के १० मिनट पहले कलेक्टर ललित दाहिमा भी दूसरे गेट से निकले। कलेक्टर सीधे वाहन में बैठक कलेक्ट्रेट से निकल गए। कई विभागों के अधिकारियों का भी कलेक्ट्रेट में जमावड़ा रहा। आबकारी अधिकारी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
सरकारी मशीनरी का उपयोग, कलेक्टर को हटाने की मांग
भाजपा ने सरकारी मशीनरी के उपयोग का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। लोकसभा प्रभारी गिरीश द्विवेदी सहित पदाधिकारियों ने आरओ के माध्यम से आयोग से शिकायत करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी / कलेक्टर शहडोल को हटाने की मांग की है। पदाधिकारियों ने कहा कि यदि स्थानांतरित नहीं किया जाता है तो लोकसभा चुनाव को प्रभावित हो सकता है। रात में प्रभारी मंत्री द्वारा अधिकारियों की बैठक लेने का आरोप लगाते हुए पदाधिकारियों ने मांग की है कि ललित कुमार दाहिमा को स्थानांतरित करते हुए प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया जाए।
सवाल
– एसडीएम देते हैं, यह कोई स्थानीय कार्यकर्ता कर सकता था। प्रभारी मंत्री को ही इसकी जरूरत क्यों पड़ी?
– अधिकांश परमिशन के लिए ऑनलाइन माध्यम है, फिर प्रभारी मंत्री क्यों कलेक्ट्रेट पहुंचे थे ?
– परमिशन क्या रात दस बजे अफसरों के जमावड़े के बीच ही प्रभारी मंत्री को लेना था ?
– परमिशन एसडीएम के माध्यम से दी जाती है, फिर भी प्रभारी मंत्री कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।

कार्यकर्ता गांव में हैं, इसलिए परमिशन के लिए आया
मैं प्रभारी मंत्री से पहले कार्यकर्ता हूं। राहुल गांधी का दौरा है, इसलिए ट्रायल की परमिशन को लेकर कलेक्ट्रेट आया था। कार्यकर्ता सभी गांव में हैं, इसलिए मैं खुद आ गया हूं। पढ़ा लिखा हूं, सारी जानकारी रखता हूं।
ओमकार सिंह मरकाम, प्रभारी मंत्री
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