15 से 17 वर्ष के बच्चों का कम वैक्सीनेशन, डीईओ और बीईओ को नोटिस
आयुष्मान कार्ड तथा बच्चों का वैक्शीनेशन महाअभियान चलाकर करें
शाहडोल
Published: May 09, 2022 09:08:30 pm
जोखिम वाली गर्भवती माताओं की ट्रेकिंग कर रेडबैण्ड उपलब्घ कराएं सीएमएचओ
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
शहडोल. कोविड 19 वैक्सीनेशन में 15 से 17 वर्ष के बच्चों के कम वैक्सीनेशन पर जिला शिक्षा अधिकारी सहित सभी बीईओ को नोटिस जारी करने के निर्देश कलेक्टर वंदना वैद्य ने दिए हैं। उन्होने कहा है कि बार-बार निर्देश दिए गए थे कि बच्चों के परिणाम दिवस के दिन बच्चों का वैक्शीनेशन कराया जाएं परन्तु आप लोगो ने लापरवाही की जो क्षम्य नही है। उन्होने आयुष्मान कार्ड की कम प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया है कि महा-अभियान चलाकर आयुष्मान कार्ड एवं 17 वर्ष तक के बच्चे का कोविड वैक्शीनेशन कराया जाएं। इसके लिए जिला स्तर पर जिला कम्यूनिटी समन्वयक मोबिलाइजर, आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, सीएचओ को प्रतिदिन 10-10 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित करें। ब्लॉक स्तर पर खंड चिकित्सा एवं बीसीएम प्रतिदिन इसकी मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर ने डीपीसी को निर्देशित किया कि सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर जिला टीकाकरण अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए बीआरसी, बीएसी एवं शिक्षकों को मैदानी कार्यकर्ताओं के साथ घर घर दस्तक देकर वैक्शीनेशन कराएं। उक्त निर्देश कलेक्टर वंदना वैद्य ने समय-सीमा की बैठक में दिए। बैठक में कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि शिशु मृत्यु दर एवं मातृ मृत्यु दर नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाएं। जोखिम वाली गर्भवती माताओं की ट्रेकिंग कर उन्हें रेड बैण्ड उपलब्ध कराया जाए जिससे आवश्यता पडऩे उन्हें शीघ्र चिकित्सकीय परामर्श एवं सुविधा उपलब्ध करायी जा सकें। इसी प्रकार शिशु मृत्यु दर नियंत्रण के लिए अति कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर एनआरसी एवं एसबीसीयू, एसएनसीयू में भर्ती कराया जाए तथा डिस्चार्ज होने पर उनका फॉलोअप भी किया जाए। एक भी शिशु एवं गर्भवती माता की मृत्यु चिकित्सकीय उपचार के अभाव में नहीं होना चाहिए। बैठक में कलेक्टर ने खराब हैण्डपंपों को तत्काल सुधरवाने के निर्देश कार्यपालन यंत्री पीएचई को देते हुए कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए यह निश्चित किया जाए कि एक भी हैण्डपंप खराब न रहे। इसी प्रकार बैठक में जिले में फैल ट्रान्जेक्शन की समीक्षा करते हुए डीडीओ को निदेर्शित किया कि उनके कार्यालय अंतर्गत फेल ट्रान्जेक्शन की समीक्षा कर निराकरण कराएं। कलेक्टर ने जिले में अमृत सरोवर योजना के क्रियान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा की। कार्यपालन यंत्री आरईएस ने बताया कि 35 अमृत सरोवरों का पपलिंग तक का कार्य शुरू हो चुका है और अन्य अमृत सरोवरों के कार्य में प्रगति पर है। जिला खनिज अधिकारी को निर्देशित किया कि डीएमएफ मद से लगाएं जाने वाले हैण्डपंपों के संबंध में सूची तत्काल कार्यपालन यंत्री पीएचई को उपलब्ध कराएं जिससे हैण्डपंपो की स्थापना सूची अनुसार ग्रामों में करायी जा सकें। बैठक में कलेक्टर ने कहा है कि एलडीएम एवं सहायक संचालक मत्स्य एवं उप संचालक पशु चिकित्सा समन्वय स्थापित करते हुए अधिक से अधिक पात्र लोगों का केसीसी बनावाएं। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हिमांशु चंद्र, संयुक्त कलेक्टर दिलीप कुमार पांडेय, एसडीएम ज्योति सिंह परस्ते, सीएमएचओ डॉ आरएस पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग शालिनी तिवारी, कार्यपालन यंत्री पीआईयू रमाकांत पांडेय, सहायक संचालक मत्स्य शिवेंद्र सिंह परिहार, डीपीसी डॉ. मदन त्रिपाठी, उपसंचालक कृषि आरपी
झारिया, जिला आबकारी अधिकारी सतीश कश्यप, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अंशुमन सोनारे, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग आनंद राज राय, जिला शिक्षा अधिकारी पीके परमाची सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

15 से 17 वर्ष के बच्चों का कम वैक्सीनेशन, डीईओ और बीईओ को नोटिस
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