प्रदेश की लड़कियां और महिलाओं को नि:शुल्क ड्राइविंग लाइसेन्स बनाने की घोषणा एक साल पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी। इस अभियान के तहत प्रदेश की लड़कियों और महिलाओं के लिए फ्री में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का प्रावधान किया गया है। ये लाइसेंस गुलाबी कलर का होगा। और इसका फायदा शहडोल जिले के भी लड़कियों और महिलाओं को मिलने वाला है। औरों की तरह शहर की भी लड़कियां और महिलाएं अब अधिकारपूर्वक दोपहिया और चारपहिया वाहन चला सकेंगी।
राज्य सरकार के परिवहन, उच्च शिक्षा विभाग और महिला सशक्तिकरण संचालनालय पिंक ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन करेगी। लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए ही प्रदेश सरकार ने भैय्या दूज के दिन आओ भैय्या तुम्हे सैर कराउं टैग लाइन से अभियान की शुरुआत की है। ये शिविर कई जगहों पर लगाए जाएंगे। शहडोल में भी स्कूल, कॉलेज, नगरपालिका और विकासखंड स्तर पर भी शिविर आयोजित किए जाएंगे।
खबर के मुताबिक अस्थायी ड्राइविंग लाइसेंस नियम के मुताबिक पहले 6 महीने की अवधि के लिए बनाया जाएगा। इस अवधि में प्रदेश के 94 ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से लड़कियों और महिलाओं को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी को ट्रेंड करने के बाद परिवहन विभाग विशेष अभियान चलाकर रेगुलर लाइसेंस अवलेबल कराएगा।
खबर के मुताबिक अस्थायी ड्राइविंग लाइसेंस नियम के मुताबिक पहले 6 महीने की अवधि के लिए बनाया जाएगा। इस अवधि में प्रदेश के 94 ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से लड़कियों और महिलाओं को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी को ट्रेंड करने के बाद परिवहन विभाग विशेष अभियान चलाकर रेगुलर लाइसेंस अवलेबल कराएगा।
इतना ही नहीं जो लड़कियां और महिलाएं व्यावसायिक तौर पर भी ड्राइविंग के पेशे को अपनाना चाहती हैं उनकी लिए भी अच्छी खबर है की सरकार भी चाह रही है की महिलाएं ड्राईविंग के पेशे को अपनाने के लिए आगे आएं। इसके लिए सरकार ऑपरेशन शौर्या भी चलाने वाली है। ये अभियान राज्य के स्थापना दिवस 1 नवंबर से शुरू होकर इंटरनेशनल विमेंस डे 8 मार्च तक जारी रहेगी। और निश्चित तौर पर इसका फायदा शहडोल जिले के लड़कियों और महिलाओं को मिलेगा।