बाहर सप्लाई की व्यवस्था भी चौपट, किसान हो रहे परेशान प्रतिदिन खराब हो रही डेढ़ से दो हजार कैरेट्स टमाटरकम समय होने की वजह से नहीं हो पाती बिक्री
शाहडोल•Apr 17, 2020 / 05:37 pm•
Ramashankar mishra
लॉकडाउन : खेतो में ही सूख रही सब्जी, आढ़त तक पहुंचना हो रहा मुश्किल
शहडोल. बारिश व ओले के बाद अब लॉकडाउन ने जिले में सब्जी उगाने वालों की मुश्किलें बढ़ा दी है। किसानों की मानेे तो लॉकडाउन की वजह से प्रतिदिन हजारों क्विंटल टमाटर उनकी खेत में ही पककर गिर रही हैं। इतना समय ही नहीं रहता है कि वह टमाटर की की बाजार में बिक्री कर सकें। बड़े स्तर पर सब्जी उगाने वाले किसान कई एकड़ टमाटर की फसल को खुद ही उजाड़ दे रहे हैं। इसके अलावा भी अन्य सब्जियों की भी बिक्री न के बराबर है। लॉकडाउन के चलते जिले के बाहर भी सब्जी की सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। प्रशासन ने तो सब्जी सप्लाई की अनुमति दी है लेकिन रास्ते में जगह-जगह वाहनों को रोककर पूछतांछ की जाती है। जिसके चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। जिसके चलते कम मात्रा में दूसरे जिले में सब्जियों की खेप भेजी जा रही है। सब्जी के किसान पवन अवस्थी ने बताया कि प्रतिदिन 400 से 500 कैरेट टमाटर निकल रही है। इसे न तो आढ़त में पहुंचा पा रहे हैं और न ही बाहर ही भेज पा रहे हैं। कई एकड़ में लगी टमाटर पककर खेत में ही गिर रही है। जिसे नष्ट कर अब आगे की तैयारी में लग गए हैं। बड़े स्तर पर सब्जी उगाने वाले मझौली निवासी संतोष पटेल ने बताया कि दो घंटे की अनुमति है। इतना समय तो आढ़त तक वाहन लेकर जाने में लग जाता है। ऐसे में सब्जी बेंचने का समय ही नहीं मिल पाता। लगभग 200-300 कैरेट टमाटर प्रतिदिन खराब हो रहा है। स्थिति यह है कि खेत में ही टमाटर पककर गिर रही है। कल्याणपुर व अंतरा में सब्जी की खेती करने वाले सीतेश पटेल ने बताया कि लगभग 1500-2000 कैरेट्स टमाटर खेत में ही पककर गिर गई है। जब बाजार में बिक ही नहीं रही है तो उसे तोड़कर रखने का फायदा क्या है। इतना समय ही नहीं है कि बाजार में लेजाकर उसकी बिक्री कर सके। पहले आढ़त में दे देते थे अब वहां भी नहीं दे पा रहे हैं।