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चार बाद पड़ेंगे यहां वोट, ये मतदाता का मूड दो महिलाएं मैदान में

locationशाहडोलPublished: Apr 24, 2019 08:48:13 pm

Submitted by:

shivmangal singh

माहौल में महुआ की मादकता, लेकिन वोटर पूरे होश में है लोकसभा चुनाव में शहर और ग्रामीण इलाकों में अलग-अलग मुद्दे, बिजली एक बार फिर चुनावी मुद्दा, पेयजल-सिंचाई क्षेत्र के बड़े मुद्दे

shahdol

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शहडोल. इस सीट पर मतदान के लिए बहुत अधिक समय नहीं रह गया है, लेकिन भीषण गर्मी के बावजूद प्रत्याशी कोई कमी नहीं छोडऩा चाह रहे हैं। शहडोल लोकसभा सीट पर दो महिलाएं मैदान में हैं। ये दोनों महिलाएं राजनीतिक पृष्ठभूमि से आती हैं, यानी राजनीति इनके लिए नया खेल नहीं है। दोनों प्रत्याशियों ने यहां पर अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। भाजपा ने इस सीट से हिमाद्री सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है और कांग्रेस ने प्रमिला सिंह को। प्रमिला सिंह भाजपा से विधायक रह चुकी हैं और हिमाद्री कांग्रेस से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। यानि दोनों ही नेता दलबदल करके मैदान में हैं। हालांकि यहां पर प्रत्याशी नहीं बल्कि दूसरे मुद्दे हैं। इस सीट पर २९ अप्रैल को मतदान होगा और वोटों की गिनती 23 मई को।
बीटीआर (बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व) के घने जंगलों में महुआ की मादकता घुली हुई है, लेकिन वोटर पूरे होश में है। वह मुद्दों पर खुलकर बात कर रहा है। जिस तरह से बाकी क्षेत्रों में रबी की उपज आ रही है वैसे ही वनांचल में महुआ की फसल चल रही है। आदिवासी समुदाय के लिए महुआ आजीविका का मुख्य साधन है। पूरे बीटीआर में महुआ के पेड़ों की बहुतायत है। घने जंगलों के बाहर भी महुआ की इन दिनों बहार है। सूरज निकलने से पहले ही ग्रामीण पेड़ के नीचे महुआ एकत्रित करने पहुंच जाते हैं और धूप तेज होते-होते वह घर लौट जाते हैं। शहडोल लोकसभा सीट पर ग्रामीण और शहरी मतदाता के मुद्दे अलग-अलग हैं, हालांकि कुछ मुद्दे ऐसे हैं जो दोनों को प्रभावित कर रहे हैं। हमने लोकसभा चुनाव में क्या मुद्दे हैं इनकी पड़ताल करने के लिए बीटीआर के घने जंगलों में बसे गांवों की ओर रुख किया।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के घुनघुटी रेंज में मालाचुआ के आसपास बसे गांवों में हमने लोगों के मन को टटोलने की कोशिश की। मालाचुआ परियोजना के पास के ग्राम पंचायत कांचोदर पहुंचे। इस गांव से शहडोल लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह का गांव भी बहुत दूर नहीं है। कांचोदर तक सड़क तो अच्छी बनी है लेकिन परिवहन का साधन कमांडर और तूफान वाहन हैं। एक पेड़ के नीचे खड़ी कमांडर का ड्राइवर लोगों का इंतजार कर रहा है। वहां मौजूद राज जायसवाल, युवक संतराम बैगा से बात की तो इनका गुबार फूट पड़ा। कहा कि इस इलाके में एक नहीं कई मुद्दे हैं। पानी और स्वास्थ्य तो मुख्य मुद्दा है। आप ही देख लीजिए सामने स्वास्थ्य केंद्र है, हमेशा ताला लटका रहता है। एक आशा कार्यकर्ता की नियुक्ति है लेकिन वह भी शहडोल में रहती है, जब उसकी मर्जी होती है तब आती हैं। परिवहन का हाल तो आप देख ही रहे हैं, 12 सीटर कमांडर में 30 से 35 लोग बैठकर सफर करते हैं। कांचोदर से कुछ ही दूरी पर पनवारी गांव में गोवर्धन बैगा और कौशल्या बैगा ने बताया कि मुद्दा तो साहब बहुत हैं लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा पानी का है। यदि खेतों की सिंचाई के लिए पानी मिलने लगे तो हम अपने खेतों में सब्जी-भाजी उगाने लगें, जिससे गरीबी दूर हो। अभी तो हम महुआ बेचकर ही पेट पाल रहे हैं। इसके अलावा गांव में भ्रष्टाचार की वजह से सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सचिव और सरपंच की मनमानी और भ्रष्टाचार से लोग बहुत परेशान हैं और जनप्रतिनिधि भी इस पर ध्यान नहीं देते। जंगल में महुआ इकट्ठा कर रहे घुनघुटी निवासी बैजनाथ बैगा ने बताया कि पानी यहां पर बड़ा मुद्दा है, लेकिन किसानों की कर्ज माफी योजना और न्याय योजना की भी चर्चा है। शाहपुर निवासी गिरिजा प्रसाद कहते हैं कि हमारे क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा पानी और बिजली है। बिजली कटौती फिर से शुरू हो गई है। लोगों को बिजली-पानी मिलेगा तो कुछ रोजगार खड़ा कर लेंगे।

सीट का प्रोफाइल
कुल मतदाता-1646230
पुरुष मतदाता- 843476
महिला मतदाता- 802732
अन्य-22
पिछले चुनावों में किसको मिली जीत
वर्ष 2016 (उपचुनाव) : ज्ञान सिंह, भाजपा
वर्ष 2014 : दलपत सिंह परस्ते, भाजपा
वर्ष 2009 : राजेश नंदिनी सिंह, कांग्रेस
वर्ष 2004 : दलपत सिंह परस्ते, भाजपा
वर्ष 1999 : दलपत सिंह परस्ते, भाजपा
वर्ष 1998 : ज्ञान सिंह, भाजपा

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