संदेह होने पर सतना पुलिस ने पूछताछ की थी। रसूख के चलते पुलिस ने एक रेस्ट हाउस में बुलाकर आरोपी प्रदीप से पूछताछ की थी। जहां पर आरोपी ने पुलिस को कई तरीकों से गुमराह किया। बाद में पुलिस ने छोड़ दिया था। कार्रवाई का संदेह होते ही आरोपी चकमा देकर शहडोल से भाग निकला।
बेरहमी से की थी जिला संयोजक की हत्या
सतना में पदस्थ अजाक जिला संयोजक अभिषेक सिंह की हत्या शहडोल में पदस्थ पीडब्लूडी अफसर प्रदीप सिंह बघेल और शेर खान उर्फ शेरू ने बेरहमी से की थी। पुलिस के अनुसार 13 अगस्त २०१८ की रात दोनों शहडोल से रवाना हुए थे। जब थक गए तो सतना की सीमा से लगे एक ढाबे में ट्रक के पीछे गाड़ी खड़ी करके सो गए थे। सुबह हुई तो ढाबा से रवाना होकर अभिषेक के बंगले पर पहुंचे। बंगले का मुख्य दरवाजा पहले से खुला था। घर में दाखिल होने पर प्रदीप ने उसे बरामदे में ही रखे स्कूटर के पास रोक दिया और प्रदीप अंदर चला गया था। दोनों आरोपियों ने सिर में वार किया और गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया था। बाद में डायबिटीज का हाइडोज देकर आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया।
शहडोल से फरार, मैहर बड़वानी में ठीहा
सूत्रों की मानें तो आरोपी ने शहडोल पहुंचने के बाद घर में ही कार खड़ी कर दी थी। कुछ दिन बाद एक युवक की मदद से शहडोल रेलवे स्टेशन पहुंचा, जिसके बाद से अंडरग्राउंड हो गया। जानकारी के अनुसार, बड़वानी और मैहर में आरोपी प्रदीप सिंह के काफी नजदीकी हैं। हत्या के बाद आरोपी इन दो जगहों में भी अपना ठीहा बना सकता है।
मोबाइल जब्त, सीसीटीवी में आरोपी कैद
पुलिस के अनुसार आरोपी शेरू उर्फ शेर अली निवासी शहडोल को जेल भेजने से पहले मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। इसके पहले पुलिस ने आरोपी शेरू के पास से लकड़ी का पटरा जब्त करना बताया था। जिससे अभिषेक के सिर पर पीछे से वार किया गया था। अब तक वह गाड़ी जब्त नहीं की गई जिससे आरोपी अपराध करने आए थे। जिस गाड़ी में सवार होकर आरोपी आए थे सतना सिविल लाइन चौराहे के एक कैमरे में उस गाड़ी का फुटेज मिला है। जिसमें सामने की ओर दो व्यक्ति नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि बड़े स्तर पर मामले को मैनेज करते हुए अब इस मर्डर मिस्ट्री से कुछ लोगों का बचाव किया जा रहा है। संदेह है कि इस अपराध में कई और लोग शामिल हैं। उन चेहरों को सामने लाने के लिए सीबीआई जांच के लिए परिजनों द्वारा मांग की जा रही है।
इस तरह पुलिस को गुमराह करता रहा आरोपी
पुलिस की पहली पूछताछ में आरोपी ने वारदात के दिन मृतक अभिषेक के घर मे होना स्वीकार किया।
आरोपी ने गुमराह किया कि जब वे अभिषेक के घर गया तो पहले से नकाबपोश मौजूद थे।
आरोपी प्रदीप ने हत्या को अभिषेक के एक और रिश्तेदार से जोडऩे का प्रयास किया, जिससे पैसों का लेनदेन था।
खुद को जान का खतरा बताते हुए घर में ताला तुड़वाया और खुद इधर-उधर फरार रहा।