scriptपीएचई विभाग के लिए हैण्डपंपों की मरम्मत बनी बड़ी चुनौती | Major challenge for repair of handpumps for PHE department | Patrika News

पीएचई विभाग के लिए हैण्डपंपों की मरम्मत बनी बड़ी चुनौती

locationशाहडोलPublished: Apr 17, 2019 07:15:31 pm

Submitted by:

lavkush tiwari

49 हैण्डपंप मकौनिकों और हेल्परों के भरोसे 818 गांव

Major challenge for repair of handpumps for PHE department

Major challenge for repair of handpumps for PHE department

शहडोल. ग्रामीण अंचल में गर्मी आते ही पानी की समस्या होने लगी है, जल स्तर नीचे जाने और राइजर पाइप की समस्या के कारण ग्रामीण अंचल में अधिकांश हैण्डपंप जवाब देने लगे हैं, वहीं इन बिगड़े और बंद हैण्डपंपों का सुधार कार्य कराने में पीएचई विभाग के अधिकारियों को पसीने छूट रहे हैं। बताया गया है कि जिले की पांच जनपद क्षेत्र में लगभग 818 गांवों में पीएचई विभाग द्वारा लगभग 12 हजार 500 से अधिक हैण्डपंपों और 171 नलजल योजनाओं का निर्माण और स्थापना कराई गई है, लेकिन इनके सुधार के लिए विभाग में वर्तमान समय में लगभग 49 हैंण्डपंप मकैनिक उपलव्ध हैं जो पर्याप्त नहीं हैं इन मकैनिकों के भरोसे 818 गांव की लगभग 393 ग्राम पंचायतों में लगे हैंडपंपों और नलजल योजनाओं का भारी भरकम भार होने की वजह से पीएचई विभाग मैकेनिकों की कमी से जूझ रहा है, जिससे गांव- गांव हैण्डपंप सुधारने मकैनिक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
गांव में बिगडे हैण्डपंपों का नहीं हो रहा सुधार-
जिले के लगभग 818 गांवों में पीएचई विभाग द्वारा लगभग 12 हजार 500से अधिक हैण्डपंपों ग्रामीणों को पानी उपलव्ध कराने के लिए लगवाए गए हैं, इन हैण्डपंपों से पानी की रिस्ता गर्मी के दिनों मे टूटने लगा है। जानकारी में बताया गया है कि इनमें से लगभग 1100 हैंण्डपंप पानी का जल स्तर घटने अथवा राइजर पाइप की कमी तथा कुछ बोर की खराबी और भठने के कारण और अन्य तकनीकी कारणों से बंद हैं, जिससे आए दिन पानी को लेकर ग्रामीण कलेक्ट्रेट शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं विभाग द्वारा प्रशासनिक अमले को गलत जानकारी देकर गुमराह करने का कार्य किया जा रहा है, जबकि जमीनी हकीकत यह है कि इसके पीछे तकनीशियनों और हेल्परों की कमी के कारण समय पर सुधार कार्य नहीं हो पा रहा है।
27 नलजल योजनाएं बंद-
जिले भर में लगभग 171 नलजल योजनाओं का निर्माण पीएचई विभाग द्वारा विभिन्न ग्राम पंचायतों में संचालित की जा रही हैं, लेकिन इनमें से लगभग 27 नलजल योजनाएं लंबे अर्से से बिगड़ी हुई हैं, लेकिन इनका सुधार कार्य कमिश्नर के निदे्श के बाद भी अब तक नहीं हुआ है, वहीं अधिकारी इस मामले में गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। बिगड़ी और बंद नलजल योजनाओं के कारण ग्रामीण अंचल में पानी की समस्या होने लगी है।
मकैनिकों की हैं कमी
विभाग में हैण्डपपं मकैनिकों की कमी के कारण उनके ऊपर काम का दबाव ज्यादा होने से समस्या आती है। बिगड़े हैण्डपंपों और बंद नलजल योजनाओं का सुधार कार्य अब ठेकेदारों के माध्यम से कराया जा रहा है।
एचएस धुर्वे
कार्यपालन यंत्री
पीएचई विभाग
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो