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हेरफेर : गरीबों को न देकर व्यापारी को बेचने लाया था राशन, कलेक्टर ने दी दबिश, वाहन सहित चावल जब्त

locationशाहडोलPublished: Oct 22, 2021 10:42:34 pm

Submitted by:

Ramashankar mishra

राशन दुकान में कालाबाजारी कर व्यापारियों को बेच देते हैं राशन, कलेक्टर दो बार कर चुके हैं कार्रवाई

हेरफेर: गरीबों को न देकर व्यापारी को बेचने लाया था राशन, कलेक्टर ने दी दबिश, वाहन सहित चावल जब्त

हेरफेर: गरीबों को न देकर व्यापारी को बेचने लाया था राशन, कलेक्टर ने दी दबिश, वाहन सहित चावल जब्त,हेरफेर: गरीबों को न देकर व्यापारी को बेचने लाया था राशन, कलेक्टर ने दी दबिश, वाहन सहित चावल जब्त,हेरफेर: गरीबों को न देकर व्यापारी को बेचने लाया था राशन, कलेक्टर ने दी दबिश, वाहन सहित चावल जब्त

शहडोल/उमरिया. गरीबों को वितरित करने के लिए आने वाला राशन खुले बाजार में बेचा जा रहा है। संभाग में बड़े स्तर पर राशन दुकानों में पहुंचने वाले अनाज की कालाबाजारी कर व्यापारियों के माध्यम से बाजार में खपाया जा रहा है। राशन वितरण व्यवस्था के मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी जिन्हे सौंपी गई है वह दफ्तर तक सीमित हैं। ऐसे में कलेक्टर को स्वयं गरीबों के हक पर डांका डालने वालों की धरपकड़ करनी पड़ रही है। खुलेबाजार में पीडीएस का राशन बिक्री किया जा रहा था। कलेक्टर उमरिया संजीव श्रीवास्तव ने शुक्रवार को खुले बाजार में बिक्री के लिए ले जाए जा रहे पीडीएस चावल को जब्त किया है। जिसके बाद पूरी व्यवस्था की पोल खुल गई है। हालांकि जिले में पीडीएस चावल बिक्री का यह कोई पहला मामला नहीं है इसके पूर्व भी कलेक्टर दो बार बिक्री के लिए रखे चावल को जब्त कर चुके हैं। हालांकि मामले मे ंकार्रवाई महज कोरम पूर्ति तक ही सिमट कर रह गई। जिसके चलते कारोबारियों के हौसले और भी बुलंद हैं।
संभाग भर में जड़े जमा चुके हैं राशन माफिया
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सेंध लगाकर गरीबों के राशन की कालाबाजारी करने वालों ने अकेले उमरिया ही नहीं बल्कि पूरे संभाग में अपनी जड़े जमा चुके हैं। जिसमें कहीं न कहीं राशन वितरण व्यवस्था को संभालने वाले जिम्मेदारों की भी संदिग्ध भूमिका है। राशन माफिया ने कहीं गरीबों के नि:शुल्क राशन पर निगाहे टिकाएं बैठे हैं तो कहीं उन्हे वितरित किए जाने पर बट्टा लगाया जा रहा है। हाल ही में पत्रिका ने राशन माफिया की गठजोड़ उजागर की थी। जिसके बाद शहडोल व उमरिया में कार्रवाई हुई है। इसके अलावा अनूपपुर में भी राशन वितरण मे गड़बड़ी के मामले सामने आ चुके हैं।
बाजार में बेचने लाया था 50 बोरी चावल
शुक्रवार को भुंडी निवासी निशार अहमद पिकअप में पीडीएस का चावल लेकर उमरिया बाजार में बेंचने के लिए लेकर आया था। जिसकी जानकारी लगते ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने संबंधित पिकअप वाहन को चपहा नाके समीप रोक कर जांच की तो उसमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लगभग 50 बोरी चावल लोड था। पूछताछ के दौरान पता चला कि उक्त चावल को बाजार में बेंचने के लिए लाया गया था। कलेक्टर द्वारा मौके पर ही पंचनामा बनाकर वाहन सहित चावल को वेयरहाउस के सुपुर्द किया गया। मामले में जांच की जा रही है कि उक्त चावल कहां से लीक हुआ। इसके बाद जिस दुकान से उक्त चावल का उठाव हुआ था और बिक्री के लिए लेकर आने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर को खुद करनी पड़ रही कार्रवाई
गरीबों को समय पर राशन मिले इसके लिए सरकार काफी गंभीर है। राशन वितरण व्यवस्था की मॉनीटरिंग और वितरण व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए जिले के साथ ब्लाक स्तर पर अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके बाद भी बड़े स्तर पर पूरे जिले में गरीबों के खाद्यान्न की कालाबाजारी का खेल खेला जा रहा है। विभागीय अधिकारी कर्मचारियों ने पूरी तरह से आंख बंद कर रखी है कि ऐसे में स्वयं कलेक्टर को मैदान में उतरकर कार्रवाई करनी पड़ रही है। यह कोई पहला मामला नहीं है जब पीडीएस चावल की कालाबाजारी का कलेक्टर द्वारा पर्दाफाश किया गया हो। इसके पूर्व चिल्हारी में भी बिक्री के लिए रखे चावल को कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा जब्त किया गया था।
इनका कहना है
सूचना पर मालवाहक वाहन में लोड पीडीएस चावल को जब्त किया है। जिसे वेयरहाउस के सुपुर्द किया गया है। जिस दुकान से चावल लीक हुआ है उसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जिसके बाद दुकान संचालक व राशन बिक्री के लिए लेकर आने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर, उमरिया।

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