कैसे संचालित होती हैं व्यवस्थायें ?
पंचायती राज में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत व जिला पंचायत की संरचना की जानकारी होना आवश्यक है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत व जिला पंचायत के जन प्रतिनिधियों के निर्वाचन, यहां के वार्डों का निर्धारण व जन प्रतिनिधियों की भूमिका को जानना व परखना भी महत्वपूर्ण होगा।
पंचायती राज में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत व जिला पंचायत की संरचना की जानकारी होना आवश्यक है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत व जिला पंचायत के जन प्रतिनिधियों के निर्वाचन, यहां के वार्डों का निर्धारण व जन प्रतिनिधियों की भूमिका को जानना व परखना भी महत्वपूर्ण होगा।
पंचायतों की व्यवस्था होगी अहम
ग्रामीण अर्थव्यवस्था व पंचायत राज के तहत अभ्यर्थियों को पंचायतों की व्यवस्था की पूरी जानकारी होना अनिवार्य है। जिसमें पंचायत राज का गठन कब हुआ इसमें संसोधन कब हुआ। संसोधन के बाद किन-किन बिंदुओं को जोड़ा गया इसकी ज्ञान आवश्यक है। इसके साथ ही संवैधानिक दर्जा, त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था, पंचायत, संरचना, पंचायतों का आरक्षण, निर्वाचन, कार्यालय का विनिश्चित निर्वाचन, राज्य निर्वाचन, आयोग का गठन, पंचायतो में कार्यकारी अधिकारी के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं से जुड़े पहलुओं की बारीकियों को समझने की आवश्यक्ता है। अभ्यर्थियों के लिये ग्रामीण अर्थव्यवस्था व पंचायत राज की बारीकियों को समझ पाना इतना आसान नही होगा। इसके लिये उन्हे इसकी तमाम गतिविधियों का बहुत ही बारीकी से अध्ययन करने की आवश्यक्ता होगी।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था व पंचायत राज के तहत अभ्यर्थियों को पंचायतों की व्यवस्था की पूरी जानकारी होना अनिवार्य है। जिसमें पंचायत राज का गठन कब हुआ इसमें संसोधन कब हुआ। संसोधन के बाद किन-किन बिंदुओं को जोड़ा गया इसकी ज्ञान आवश्यक है। इसके साथ ही संवैधानिक दर्जा, त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था, पंचायत, संरचना, पंचायतों का आरक्षण, निर्वाचन, कार्यालय का विनिश्चित निर्वाचन, राज्य निर्वाचन, आयोग का गठन, पंचायतो में कार्यकारी अधिकारी के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं से जुड़े पहलुओं की बारीकियों को समझने की आवश्यक्ता है। अभ्यर्थियों के लिये ग्रामीण अर्थव्यवस्था व पंचायत राज की बारीकियों को समझ पाना इतना आसान नही होगा। इसके लिये उन्हे इसकी तमाम गतिविधियों का बहुत ही बारीकी से अध्ययन करने की आवश्यक्ता होगी।
वित्तीय व्यवस्थाओं की भी हो जानकारी
पटवारी भर्ती परीक्षा की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियां को पंचायती राज के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़े पहलुओं पर भी नजर रखनी होगी। जिसमें पंचायतों की वित्तीय स्थिति, राज्य वित्त आयोग का गठन, लेखा समपरीक्षा के साथ ही पंचायतों की अर्थव्यवस्था से जुड़े कार्यों की जानकारी भी परीक्षा में सहायक हो सकती है।
पटवारी भर्ती परीक्षा की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियां को पंचायती राज के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़े पहलुओं पर भी नजर रखनी होगी। जिसमें पंचायतों की वित्तीय स्थिति, राज्य वित्त आयोग का गठन, लेखा समपरीक्षा के साथ ही पंचायतों की अर्थव्यवस्था से जुड़े कार्यों की जानकारी भी परीक्षा में सहायक हो सकती है।