शाहडोलPublished: Oct 28, 2020 12:36:10 pm
Ramashankar mishra
शहर में निकाले गए भव्य जवारा जुलूस, सोनघाट में विसर्जन
हाथ में खडग़ और खप्पर ले निकलीं मां काली. बाजे-गाजे के साथ देवीभक्तों ने मां दुर्गा को दी विदाई
शहडोल. शारदीय नवरात्रि के नौ दिनो तक मां आदि शक्ति जगदम्बे की पूजा अर्चना के बाद दशवें दिन श्रद्धालुओं ने नम आंखो से मातारानी को विदाई दी। इस अवसर पर नगर के साथ ही ग्रामीण अंचलो में भव्य जवारे जुलूस निकाले गए। आगे-आगे सर पर जवारा कलश लिए श्रद्धालु चल रहे थे वहीं पीछे-पीछे बाजे गाजे के साथ माता रानी की झांकी चल रही थी। कोविड-19 के चलते इस बार दशहरा पर्व नहीं मनाने का निर्णय लिया गया था। साथ ही भीड़-भाड़ कम करने चल समारोह पर प्रतिबंध लगाया गया था। शासन द्वारा जारी गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए इस बार सादगी के साथ पर्व मनाया गया। पण्डालो में हवन पूजन के बाद माता रानी को विदा किया गया। माता रानी की आकर्षक झांकी निकालकर सोन नदी घाटों में विसर्जन किया गया।
बाजे-गाजे के साथ विदा हुई जगदम्बा
नगर के दुर्गा पंडालो में स्थापित मां दुर्गा प्रतिमाओं में से ज्यादातर प्रतिमाओं का विसर्जन सोमवार को ही श्रद्धालुओं द्वारा किया गया। वहीं दूसरे दिन भी नगर में माता रानी की झांकी निकालकर विसर्जन किया गया। इस दौरान बाजे-गाजे के साथ पण्डालो से झांकी निकाली गई। इसके बाद सभी प्रतिमाएं सोन नदी के दिया पीपर, सरफा व नवलपुर घाट में एकत्रित हुई। जहां एक-एक कर विसर्जन किया गया।
काली नृत्य के साथ निकले जवारा जुलूस
मातारानी की झांकी के साथ हाथ में खडग़ व तलवार लिए मां काली नृत्य करते हुए चल रही थी। महिलाआं व पुरुषों हाथो में जवारा कलश थे। काली नृत्य व जवारे विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। नगर के प्रमुख चौराहो व सार्वजनिक स्थलो पर काली नृत्य के साथ ही अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सोन घाट में दुर्गा विसर्जन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए थे। घाटो में पुलिस बल तैनात किया गया था। साथ ही साफ-सफाई व बैरीकेट्स की समुचित व्यवस्था की गई थी। किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचाया जा सके। सोन घाट में डीएसपी हेड क्वार्टर वीडी पांडेय, सोनाली गुप्ता, विवेक गुप्ता, सुदीप सोनी, सत्यप्रकाश मिश्रा मौजूद रहे।