शाहडोलPublished: May 25, 2023 12:07:37 pm
shubham singh
शहर के गिने चुने लोगों तक ही पहुंच पा रहा खाद्य विभाग
शहडोल. जिले में खाद्य सामग्री से लेकर ड्रग की बिक्री तक लापरवाही की जाती है। जिसके लिए खाद्य एवं औषधी विभाग को समय-समय पर गुणवत्ता को जांचने के अधिकार दिए गए हैं। लेकिन विभाग की तरफ से गिने चुने लोगों तक ही कार्रवाई की जाती है। जबकि बड़े प्रतिष्ठानों में विभाग खाना पूर्ति कर कागजी कार्रवाई पूर्ण कर रहा है। जिसके कारण विभाग एक वर्ष में सिर्फ नाममात्र की कार्रवाई ही की है। मिली जानकारी में पिछले एक साल में विभाग ने जिले भर से सिर्फ 150 सैंपल लिए हैं। जिसमें 23 के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। वहीं 36 की रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं होने से आगे की कार्रवाई के लिए लंबित है। जांच के दौरान विभाग ने एक साल मेंं 7 लाख 15 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया है। वहीं विभागीय अधिकारी स्टॉफ न होने के कारण सेंपलिंग कम करने का हवाला दे रहे हैं। जबकि शहर में ही नाम मात्र की कार्रवाई की जा रही है। आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर शहर के कई प्रमुख स्थानों पर खुले में खाद्य सामग्री का विक्रय किया जा रहा है। इतना ही नहीं खाद्य सामग्री के बड़े प्रतिष्ठानों में भी मिलावटखोरी का खेल जारी है। लेकिन विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
स्टॉफ न होने का दे रहे हवाला
जिले के खाद्य एवं औषधि विभाग में सिर्फ फूड सेफ्टी ऑफीसर के कंधों पर ही पूरे जिले का भार है। जिसके कारण विभाग कार्य के अलावा फील्ड का कार्य उन्हे अकेले देखना पड़ रहा है। अक्टूबर में एडिशनल मेंड्रग इंस्पेक्टर देवेन्द्र जैन को जबलपुर से भेजा गया है। विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर, क्लर्क, प्यून, सेंपलिंग असिस्टेंट नहीं होने से कई कार्य प्रभावित होते हैं।
कार्रवाई की फैक्ट फाइल
जिले भर से लिए गए सैंपल 150
सैेंपल जांच की प्राप्त रिपोर्ट 114
गड़बड़ी मिलने पर दायर प्रकरण 23
एक वर्ष में निर्णय किए प्रकरण 26
प्रकरण में लगाया गया अर्थदंड 7 लाख 15 हजार