कांग्रेस पार्टी में अभी भी गुटबाजी दिखाई दे रही है, कार्यकर्ताओं की गुटबाजी और एक दूसरे के विरोध के चलते जिले में कांग्रेस संगठन अपने आप में उलझ गया है। अब तक कांग्रेस पार्टी ने जिले के मण्डलम की सूची जारी नहीं की है। अब तक ब्यौहारी और बुढ़ार क्षेत्र के कुछ ही नामों पर कांग्रेस ने मुहर लगाया है, शेष नामों पर अभी भी विचार किया जा रहा है।
कांग्रेस संगठन द्वारा जिले से कुल 35 मण्डलम की सूची प्रदेश हाई कमान को भेजी गई है, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध और गुटबाजी के कारण मण्डलम अध्यक्षों की घोषणा अब तक अटकी हुई है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बदलने और कमलनाथ के अध्यक्ष बनने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस की गुटबाजी पर रोक लगेगी और कांग्रेस एकजुट होकर पूरे दमखम के साथ विधानसभा चुनाव में उतरेगी, और भाजपा को कड़ी टक्कर देगी, लेकिन यहां तो लगता है अभी से ही कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच कुछ सही नहीं चल रहा है, कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की आपसी खींचतान के चलते संगठन को अमली जामा पहनाने में पार्टी हाई कमान को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
गौरतलब है कि जिले की ब्यौहारी विधानसभा और जैतपुर तथा जयसिंहनगर विधानसभाओं को मिलाकर भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस ने 35 मण्डलम बनाए हैं। भाजपा ने जिले की तीन विधानसभाओं में कुल 12 मण्डल अध्यक्ष बनाए हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश हाईकमान द्वारा इस महीने मण्डलम कमेटियों की घोषणा करने के लिए जिला कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत किया गया था, और मई महीने के प्रथम सप्ताह में मण्डलम कमेटियों की घोषणा की जानी थी, लेकिन कार्यकर्ताओं के बीच आपसी सामंजस्य नहीं होने के चलते अब तक मण्डलम कमेटियों के अध्यक्षों के नामों की घोषणा अटक गई है।
इस सम्बन्ध में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष नीरज द्विवेदी ने बताया कि कुछ कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते अभी मण्डलम कमेटियों के नामों की घोषणा नहीं की गई है, उन्होंने बताया कि एक दो दिनों में मण्डलम कमेटियों के ३५ नामों की घोषणा कर दी जाएगी।