दस से पांच क्विंटल हो गई खपत
प्याज के भाव बढऩे के बाद उपभोक्ता इसे काफी कम मात्रा में खरीद रहे हैं। इससे शहर में खपत आधी हो गई है। करीब डेढ़ से दो माह पहले शहर में हर दिन 10 क्विंटल प्याज की खपत हो रही थी जो अब घटकर 5 क्विंटल पर आ चुकी है। वहीं प्याज की बाजार में आवक भी काफी कम हो गई है। एक माह पहले सब्जी मंडी में हर दिन करीब 100 बोरी प्याज आ रही थी अब हर दिन लगँभग 20 बोरी प्याज आ रही है।
बारिश के चलते फसल हो गई खराब
सब्जी व्यापारी रमेश कुमार आसवानी ने कहा कि प्याज की कीमत बढऩे का कारण बारिश के चलते फसल का खराब होना है। बारिश के चलते बंग्लोर में नई प्याज खराब हो गई वहीं नासिक में भी यही हाल हुआ। प्याज भी एकदम छोटी आ रही है। जिले में नासिक, इंदौर, उज्जैन से नई प्याज की आवक हो रही है। अब जिले में मार्च में प्याज का उत्पादन होगा। इसके बाद भाव नीचे आ जाएगा।
नई प्याज का दाम 120 रुपए प्रति किलो फुटकर
नई प्याज का दाम 100 से 110 रुपए किलो थोक
पुरानी प्याज का दाम 160 रुपए किलो फुटकर
पुरानी प्याज का दाम 150 रुपए किलो थोक
डेढ़ माह पहले प्याज की हर दिन खपत 10 क्विंटल
वर्तमान में हर दिन प्याज की खपत 5 क्ंिवटल