मेडिकल कॉलेज
कुदरी चांपा गांव में मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग का निर्माण कार्य अंतिम रूप में है। नए साल में यह बड़ी उपलब्धि होगी। इस साल से ही मेडिकल कॉलेज संचालित हो जाएगा। इससे जहां स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा की भी राह आसान हो जाएगी। कई डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ और छात्र- छात्राओं के पढ़ाने के लिए यहां आने से व्यापार में भी अच्छा खासा असर होगा। इसके अलावा इस क्षेत्र में रियल स्टेट के कारोबार में भी उछाल आएगा।
कुदरी चांपा गांव में मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग का निर्माण कार्य अंतिम रूप में है। नए साल में यह बड़ी उपलब्धि होगी। इस साल से ही मेडिकल कॉलेज संचालित हो जाएगा। इससे जहां स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा की भी राह आसान हो जाएगी। कई डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ और छात्र- छात्राओं के पढ़ाने के लिए यहां आने से व्यापार में भी अच्छा खासा असर होगा। इसके अलावा इस क्षेत्र में रियल स्टेट के कारोबार में भी उछाल आएगा।
इंजीनियरिंग कॉलेज
शहर से सटे हाइवे में स्थित छतवई गांव में इंजीनियरिंग कॉलेज की बिल्डिंग तैयार की जा रही है। वैकल्पिक रूप में पॉलीटेक्निक कॉलेज में इंजीनियरिंग कॉलेज अस्थाई तौर पर संचालित किया जा रहा है। वर्ष 2018 में यह बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी। इंजीनियरिंग कॉलेज को यह पर शिफ्ट किया जाएगा। आदिवासी अंचल में इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने से गरीब और मेधावी छात्रोंके लिए उच्च शिक्षा की राह आसान होगी। इससे शहर के विकास में भी चार चांद लगेंगे।
शहर से सटे हाइवे में स्थित छतवई गांव में इंजीनियरिंग कॉलेज की बिल्डिंग तैयार की जा रही है। वैकल्पिक रूप में पॉलीटेक्निक कॉलेज में इंजीनियरिंग कॉलेज अस्थाई तौर पर संचालित किया जा रहा है। वर्ष 2018 में यह बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी। इंजीनियरिंग कॉलेज को यह पर शिफ्ट किया जाएगा। आदिवासी अंचल में इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने से गरीब और मेधावी छात्रोंके लिए उच्च शिक्षा की राह आसान होगी। इससे शहर के विकास में भी चार चांद लगेंगे।
यूनिवर्सिटी
पंडित शंभूनाथ शुक्ल कॉलेज को अपग्रेड करते हुए यूनिवर्सिटी की सौगात दी गई है। अस्थाई तौर पर कॉलेज बिल्डिंग में ही यूनिवर्सिटी की शुरुआत कर दी गई है लेकिन नए साल में ही यूनिवर्सिटी उड़ान भरेगी। पाठ्यक्रम और बड़े प्रोफेसनल कोर्सो की शुरूआत नए साल में ही होगी। नई बिल्डिंग और नए स्वरूप में यूनिवर्सिटी आने की वजह से बाहरी छात्र – छात्राओं का भी रूख बढ़ेगा। उच्च शिक्षा के लिए अन्य महानगरों में पढ़ाने के लिए जाने का शहडोल से सिलसिला भी थमेगा।
पंडित शंभूनाथ शुक्ल कॉलेज को अपग्रेड करते हुए यूनिवर्सिटी की सौगात दी गई है। अस्थाई तौर पर कॉलेज बिल्डिंग में ही यूनिवर्सिटी की शुरुआत कर दी गई है लेकिन नए साल में ही यूनिवर्सिटी उड़ान भरेगी। पाठ्यक्रम और बड़े प्रोफेसनल कोर्सो की शुरूआत नए साल में ही होगी। नई बिल्डिंग और नए स्वरूप में यूनिवर्सिटी आने की वजह से बाहरी छात्र – छात्राओं का भी रूख बढ़ेगा। उच्च शिक्षा के लिए अन्य महानगरों में पढ़ाने के लिए जाने का शहडोल से सिलसिला भी थमेगा।