प्रबंधन की दलील: परिजनों के सेंकने से झुलसा शिशु
प्रबंधन का कहना है कि परिजनों को बच्चा सौंप दिया था। परिजन बच्चे को अस्पताल से बाहर ले गए थे और आग में सेंक दिया था। बीएमओ गोहपारू उमेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि अस्पताल में बार्मर है। बच्चे को बार्मर में भी रखा गया था। बाद में परिजनों को सौंप दिया था। परिजनों के सेंकने से शिशु झुलसा है।
पार्वती बैगा ने कहा कि बच्चा कोई हलचल नहीं कर रहा था और शरीर ठंडा था। अस्पताल में बिजली न होने पर नर्स ने आग में बच्चे को सेंक दिया। बाद में बच्चे के शरीर में काफी फफोले हो गए। इसके बाद एसएनसीयू लेकर पहुंचे हैं।
सीएमएचओ ओपी चौधरी ने कहा कि शिशु जन्म लेने के बाद रो नहीं रहा था। कर्मचारियों ने शहडोल ले जाने की बात कही थी। परिजनों ने खुद नवजात की आग से सिकाई की है। बीएमओ को जांच के निर्देश दिए हैं और रिपोर्ट मांगी है।