नॉन स्टिक बर्तनों की हुई बिक्री
धनतेरस पर बर्तन बाजार भी गुलजार रहा। पीतल-तांबे के छोटे बर्तनों की डिमांड अधिक रही। कटोरी, चम्मच सेट, थाली, गिलास, कुकर, किचिन सेट सहित अनेकों बर्तनों की बिक्री हुई। महिलाएं यहां भी बढ़े हुए जीएसटी रेट के कारण मोल-भाव करतीं रहीं। एक बर्तन पर २०-२५ रुपए दाम बढ़ गए। दुकानों में नॉन स्टिक बर्तनों की डिमांड रही। शहर में करीब १ करोड़ के बर्तनों का व्यापार हुआ।
देर शाम तक चली वाहनों की खरीदी
शहर में मौजूद विभिन्न दो-चार पहिया वाहन शोरूम में देर रात तक वाहनों की खरीदी जारी रही। शाम ६ बजे तक प्रत्येक शोरूम से 200 बाइक और 50 कारों की बिक्री हो चुकी थी। देर रात तक शहर में करीब 900 बाइक और 200 कारें शोरूम से उठाई गईं। वाहनों पर करीब 14-15 करोड़ का व्यापार हुआ। वाहनों में स्कूटी और लो बजट की मोटर साइकिलें बिकी। कारों में भी छोटी फैमिली कारों की डिमांड खूब रही। जीएसटी में छोटी कारों पर 5-7 हजार तक की रियायत इस साल रही।
सोने की छोटी ज्वेलरी पर दिखा रुझान
सोने के लॉकेट, चेन, टॉप्स और अगूंठी, हार, चांदी के सिक्के, मूर्तियां, बर्तन अन्य ज्वेलरी की खरीददारी की गई। हालाकि सराफा जानकारों की माने तो धनतेरस के दिन शाम ७ बजे तक सराफा व्यापार १ करोड़ तक भी नहीं पहुंच पाया था। इस वर्ष महिलाओं का रूझान सोने की छोटी-छोटी ज्वेलरी पर ज्यादा देखा गया। सराफा व्यापारियों के यहां देर शाम तक खरीददारी जारी थी। जीएसटी से कुछ दाम बढे, इसको लेकर भी लोग मोलभाव करते देखे गए। देर रात तक लगभग दो करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
धनतेरस पर बर्तन बाजार भी गुलजार रहा। पीतल-तांबे के छोटे बर्तनों की डिमांड अधिक रही। कटोरी, चम्मच सेट, थाली, गिलास, कुकर, किचिन सेट सहित अनेकों बर्तनों की बिक्री हुई। महिलाएं यहां भी बढ़े हुए जीएसटी रेट के कारण मोल-भाव करतीं रहीं। एक बर्तन पर २०-२५ रुपए दाम बढ़ गए। दुकानों में नॉन स्टिक बर्तनों की डिमांड रही। शहर में करीब १ करोड़ के बर्तनों का व्यापार हुआ।
देर शाम तक चली वाहनों की खरीदी
शहर में मौजूद विभिन्न दो-चार पहिया वाहन शोरूम में देर रात तक वाहनों की खरीदी जारी रही। शाम ६ बजे तक प्रत्येक शोरूम से 200 बाइक और 50 कारों की बिक्री हो चुकी थी। देर रात तक शहर में करीब 900 बाइक और 200 कारें शोरूम से उठाई गईं। वाहनों पर करीब 14-15 करोड़ का व्यापार हुआ। वाहनों में स्कूटी और लो बजट की मोटर साइकिलें बिकी। कारों में भी छोटी फैमिली कारों की डिमांड खूब रही। जीएसटी में छोटी कारों पर 5-7 हजार तक की रियायत इस साल रही।
सोने की छोटी ज्वेलरी पर दिखा रुझान
सोने के लॉकेट, चेन, टॉप्स और अगूंठी, हार, चांदी के सिक्के, मूर्तियां, बर्तन अन्य ज्वेलरी की खरीददारी की गई। हालाकि सराफा जानकारों की माने तो धनतेरस के दिन शाम ७ बजे तक सराफा व्यापार १ करोड़ तक भी नहीं पहुंच पाया था। इस वर्ष महिलाओं का रूझान सोने की छोटी-छोटी ज्वेलरी पर ज्यादा देखा गया। सराफा व्यापारियों के यहां देर शाम तक खरीददारी जारी थी। जीएसटी से कुछ दाम बढे, इसको लेकर भी लोग मोलभाव करते देखे गए। देर रात तक लगभग दो करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
खरीदे इलेक्ट्रॉनिक सामान, मिठाइयों की हुई बिक्री
फर्नीचर, इलेक्ट्रानिक, कपड़ा दुकानों पर भी लोग धनतेरस की खरीददारी में लगे रहे। सोफा, फ्रिज, टीवी, वॉसिंग मशीन, मोबाइल, साज-सज्जा के समान, बच्चों के खिलौने , पटाखे, विभिन्न रंग-बिरंगी लाइटें, रंग-रोगन, रंगोली का व्यापार भी जमकर हुआ। पूजन के लिए देवी प्रतिमाएं, पूजा-अर्चना की सामग्री और मिठाईयों की बिक्री देखी गई। मंगलवार को शहर में चारों तरफ भीड़ देखी गई।
फर्नीचर, इलेक्ट्रानिक, कपड़ा दुकानों पर भी लोग धनतेरस की खरीददारी में लगे रहे। सोफा, फ्रिज, टीवी, वॉसिंग मशीन, मोबाइल, साज-सज्जा के समान, बच्चों के खिलौने , पटाखे, विभिन्न रंग-बिरंगी लाइटें, रंग-रोगन, रंगोली का व्यापार भी जमकर हुआ। पूजन के लिए देवी प्रतिमाएं, पूजा-अर्चना की सामग्री और मिठाईयों की बिक्री देखी गई। मंगलवार को शहर में चारों तरफ भीड़ देखी गई।
शेयर बाजार में रहा मिला-जुला असर
धनतेरस के दिन शेयर बाजार में आम दिनों की तरह मिला-जुला असर रहा। प्रत्येक सेक्टर में फ्लैट मार्केट देखा गया। ब्रोकर राजेश भगेटिया द्वारा बताया गया कि मंगलवार को शहर में 30-40 लाख रूपए की ट्रेडिंग हुई। शेयर बाजार में रेट अच्छे रहे। मेटल और बैंकिंग सैक्टर में अच्छा परफार्म हुआ। हालाकि पुराने ग्राहक एक्टिव नहीं होने और छोटे ट्रेडर्स के पार्टीसिपेट नहीं करने से तेजी नहीं दिखी। दीवाली पर मुहुर्त ट्रेडिंग के समय लोग शेयर बाजार में पैसा लगाएंगे।
धनतेरस के दिन शेयर बाजार में आम दिनों की तरह मिला-जुला असर रहा। प्रत्येक सेक्टर में फ्लैट मार्केट देखा गया। ब्रोकर राजेश भगेटिया द्वारा बताया गया कि मंगलवार को शहर में 30-40 लाख रूपए की ट्रेडिंग हुई। शेयर बाजार में रेट अच्छे रहे। मेटल और बैंकिंग सैक्टर में अच्छा परफार्म हुआ। हालाकि पुराने ग्राहक एक्टिव नहीं होने और छोटे ट्रेडर्स के पार्टीसिपेट नहीं करने से तेजी नहीं दिखी। दीवाली पर मुहुर्त ट्रेडिंग के समय लोग शेयर बाजार में पैसा लगाएंगे।