इसके अलावा पिछले रिकार्डों की समीक्षा भी की। साथ ही कई निर्देश भी दिए, शराब का सेवन करने के बाद गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर्स के ड्राइविंग लाइसेंस भी निरस्त करने की कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा भी कई बातों को लेकर चर्चा की गई, साथ ही एडीजी पीटीआरआई ने अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए।
एडीजी की समीक्षा में सामने आया कि शहडोल जोन में 1 जनवरी 2018 से 31 मई 2018 तक 10 हजार 435 प्रकरणों में 62 लाख 7 हजार 356 रुपए का सम्मन शुल्क वसूल किया गया है। कई ऐसे
प्वाइंटों को चिहिंत किया गया, जहां पर लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं।
एडीजी कटारिया ने निर्देश दिए कि ऐसे प्वाइंटों की समीक्षा करें और रोकथाम के लिए संबंधित विभागों से चर्चा कर समुचित उपाय कराएं।दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जिला स्तर पर विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्य योजना बनाएं और एक्शन प्लान तैयार कराएं ताकि वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
एडीजी ने निर्देश दिए कि प्रतिवर्ष कम से कम दस प्रतिशत वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जाए। शराब का सेवन कर वाहन चलाने वाले चालकों के ड्राइविंग लायसेंस निरस्त कराने की कार्रवाई करें। इसके अलावा बिना नंबर, लायसेंस वाहनों, दो पहिया वाहनों में तीन सवारी एवं बिना हेलमेट धारण किए वाहन चालकों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई और मालवाहक वाहनों में सवारी का परिवहन किये जाने पर कार्रवाई करें।
इस दौरान आईजी आईपी कुलश्रेष्ठ, डीआईजी पीएस उइके, एसपी शहडोल कुमार सौरभ, एसपी अनूपपुर सुनील जैन सहित कई पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।