शाहडोल

प्रदेश के इस मेडिकल कॉलेज में होगी नर्सिंग की पढ़ाई, बेहतर होंगी स्वास्थ्य सुविधाएं

कॉलेज व हॉस्टल के लिए तैयार किया जा रहा डीपीआर, 60 सीटर कॉलेज शुरू करने की तैयारी

शाहडोलJan 19, 2020 / 12:35 pm

Ramashankar mishra

प्रदेश के इस मेडिकल कॉलेज में होगी नर्सिंग की पढ़ाई, बेहतर होंगी स्वास्थ्य सुविधाएं

शहडोल. संभागीय मुख्यालय को मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा को बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। मेडिकल कॉलेज परिसर में ही नर्सिंग कॉलेज शुरू करने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए कॉलेज भवन व हास्टल निर्माण हेतु प्रबंधन द्वारा डीपीआर तैयार कराया जा रहा है। ऐसी संभावना है कि आगामी नवम्बर दिसम्बर में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया के साथ ही 60 सीटर नर्सिंग कॉलेज प्रारंभ हो जाएगा। बहरहाल इसके लिए आवश्यक व्यवस्था की जा रही है। जिसका इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के छात्रों को बेहतर लाभ मिलेगा। इसके साथ ही नर्सिंग स्टॉफ तैयार होने से स्वास्थ सुविधाएं भी बेहतर होंगी।
देनी पड़ती है ज्यादा फीस
गौरतलब है कि संभाग में शासकीय नर्सिंग कॉलेज न होने की स्थिति में छात्रों को निजी नर्सिंग कॉलेजों में अध्यापन कार्य करना पड़ता है। जिसके लिए उन्हे ज्यादा फीस चुकानी पड़ती है। ऐसे में कई छात्र चाहकर भी महंगीशिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं। मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग की पढ़ाई शुरू होने से ऐसे छात्र जो इससे वंचित है उन्हे इसका पूरा लाभ मिलेगा। मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग की पढ़ाई शुरू होने से यहां से हर साल बाहर जाने वाली छात्राओं को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इससे आदिवासी अंचलों की शिक्षा व्यवस्था को भी उड़ान मिलेगी।
जीएनएम को किया जा रहा अपडेट
शासन द्वारा नवीन मेडिकल कॉलेजे में नर्सिंग कोर्स प्रारंभ करने की कार्य योजना बनाई गई है। जिसके तहत स्वास्थ विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे जीएनएम कोर्स को अपडेट कर नवीन मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कोर्स संचालित करने का प्रावधान बनाया गया है। जिसके तहत ही यह तैयारी की जा रही है।
डीपीआर के बाद जमीन आवंटन की प्रक्रिया
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा नर्सिंग कॉलेज व हास्टल से सबंधित डीपीआर तैयार कराया जा रहा है। डीपीआर तैयार कराने के बाद आवश्यक्तानुसार भूमि आवंटन के लिए शासन के समक्ष प्रस्ताव रखा जाएगा। भूमि आवंटन के बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इससे काफी फायदा मिलेगा।
नर्सिंग कोर्स शुरू होने से ये होंगे फायदे
1. कम फीस में क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को नर्सिंग की शिक्षा मिलेगी।
2. स्थानीय स्तर पर नर्सिंग स्टॉफ तैयार होने से स्वास्थ सुविधाएं बेहतर होंगी।
3. गुणवत्तायुक्त शिक्षा का लाभ यहां के युवाओं को मिलेगा।
4. व्यावसायिक पाठ्यक्रम होने की वजह से रोजगार के अवसर मिलेंगे।
5. छात्रों को शासकीय सुविधाएं मिलेंगी जिससे वह आसानी से पढ़ाई पूरी कर सकेंगे।
इनका कहना है
नवीन मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कक्षाएं प्रारंभ करने की शासन की योजना है। जिसके लिए डीपीआर तैयार कराया जा रहा है। नर्सिंग कक्षाएं प्रारंभ होने से छात्रों को लाभ मिलेगा। साथ ही स्वास्थ सुविधाएं भी बेहतर होंगी।
डॉ. विक्रांत, एसोसिएट प्रोफेसर मेडिकल कॉलेज, शहडोल।
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