स्वीमिंग पुल की जांच के लिए अधिकारी ने मांगे दस्तावेज
शाहडोलPublished: Feb 07, 2020 09:02:01 pm
अगले सप्ताह टीम जांचकर देगी कमिश्नर को प्रतिवेदन
शहडोल. नगर के बाणगंगा पार्क में लगभग 1 करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से नपा द्वारा बनवाए जा रहे स्वीमिंग पुल में आर्थिक और तकनीकी अनियमितता की जांच के लिए जांच टीम ने नपा से दस्तावेज मांगे हैं। इस मामले में कमिश्नर आरबी प्रजापति ने दो अधिकारियों की जांच टीम का गठन करते हुए जीएम जल निगम और आरईएस विभाग के कार्यपालन यंत्री को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए जांच प्रतिवेदन देने को कहा था। इस मामले में नपा ने जांच टीम को अब तक आधे -अधूरे दस्तावेज दिए हैं।
यह हैं जांच के बिन्दु-
कमिश्नर ने आदेश में जांच टीम को निर्माण कार्य की गुणवत्ता, तकनीकी स्वीकृति, ड्राइंग, डिजाइनिंग, बिना सात दिनों तक फ्यूरिंग किए उसके पहले ही घन टेस्ट रिपोर्ट, सैंपल परीक्षण की जांच के बिन्दु होंगे। वहीं जांच टीम ने इस मामले में नपा से स्टीमेट और नक्सा सहित अन्य जानकारियां मांगी हैं। इस मामले में अब मटेरियल टेस्टिंग और घन टेस्ट की रिपोर्ट को लेकर पालीटेकनिक लैब पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
2013 में नपा ने स्वीकृत किया था स्वीमिंग पुल-
नपा ने 2013में पहले स्टेडियम में निर्माण कार्य कराने की स्वीकृति दी और इसके बाद जमीनी विवाद के कारण नपा ने 2015-16 में बिना ग्राम और नगर निवेश की अनुमति लिए बाणगंगा में निर्माण की स्वीकृति दी, जबकि नपा को ग्राम ओर निवेश विभाग द्वारा स्टेडियम के लिए निर्माण की स्वीकृति दी थी।
मांगे हैं दस्तावेज
स्वीमिंग पुल की जांच के लिए कमिश्नर साहब ने आदेश दिए हैं। नपा से दस्तावेज जांच संबन्धी मांगा गया है। अभी आधा-अधूरा दस्तावेज मिले हैं। जल्द ही अन्य दस्तावेज मिलते ही जांच कर एक सप्ताह में प्रतिवेदन कमिश्नर को दिया जाएगा।
अनन्त शर्मा
जीएम
जल निगम-शहडोल