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रेत व कोयला खनन से लेकर कबाड़ चोरी और अवैध वसूली में अफसरों की गठजोड़

locationशाहडोलPublished: Oct 13, 2020 09:00:50 pm

Submitted by:

amaresh singh

लम्बे समय से चल रहा था खनन व कबाड़ का कारोबार

Officers combine in junk theft and illegal recovery

रेत व कोयला खनन से लेकर कबाड़ चोरी और अवैध वसूली में अफसरों की गठजोड़

शहडोल. संभाग की नदियों का खनन माफिया छलनी कर रहे हैं। रात में हैवी मशीनें उतारकर बड़े स्तर पर अवैध खनन कराया जा रहा है। कोयलांचल क्षेत्र में कबाड़ माफिया हावी हैं। चोरी का कबाड़ खपाने के लिए हर दिन जबलपुर के बड़े व्यापारियों के यहां सप्लाई किया जा रहा है। अवैध कारोबार में छोटे अधिकारियों से लेकर बड़े अफसरों तक की सांठगांठ हैं। हाल ही में अफसरों की गठजोड़ उजागर करते हुए तीन ऑडियो वायरल हो चुके हैं। इसमें अधिकारियों की सीधे पैसों के लेनदेन को लेकर बातचीत है। 20 दिन के भीतर तीन अलग- अलग ऑडियो ने वन विभाग, परिवहन और पुलिस विभाग के अधिकारियों को कटघरे में खड़े कर दिया है। तीनों ऑडियो में रेत खनन, कबाड़ की सप्लाई और कोयला लोड वाहनों से अवैध वसूली से जुड़ा है। इसमें गोहपारू रेंजर, परिवहन विभाग उडऩदस्ता प्रभारी और एडीजी का ऑडियो बताया जा रहा था। तीनों मामलों में कार्रवाई अटकी है। कार्रवाई के नाम पर अभी रेंजर गोहपारू और उडऩदस्ता प्रभारी को सिर्फ पद से हटाया है।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री कैलाश तिवारी एवं राजेंद्र भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से वायरल ऑडियो मामले में जांच की मांग की है। उन्होने कहा है कि अवैध कारोबार से जुड़ा ये गंभीर मामला है। इसमें दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होना चाहिए। उन्होने आरोप लगाया है कि पूर्व में भी शहडोल के अधिकारियों की ऑडियो वायरल हो चुकी है लेकिन अभी तक भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों ने उसे मिलीभगत का दबा दिया है। यह गंभीर मामला है। प्रमाणिक तत्वों के होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।


कबाड़ कारोबारी और एडीजी के बीच बातचीत
11 अक्टूबर को पुलिस रेंज शहडोल के एडीजी और कबाड़ कारोबारी के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। ऑडियो में कबाड़ कारोबारी द्वारा एडीजी को धमकाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि पीतल, तांबा चोरी करा रहे हो, लेनदेन के वीडियो हैं, गाड़ी नहीं छूटी तो आपका नुकसान हो जाएगा। कबाड़ कारोबारी द्वारा कहा जा रहा है कि दूसरे कबाड़ कारोबारी के कहने पर कार्रवाई हो रही है। मामला जुलाई 2020 का उमरिया जिले के नौरोजाबाद से जुड़ा बताया जा रहा है। उस वक्त कबाड़ कारोबारी सलीम का वाहन पकड़ाया गया था।
कारोबार: कॉलरी क्षेत्र से व्यापक स्तर पर कबाड़ की चोरी होती है। बड़ी मशीनों और कीमती सामान को भी कबाड़ में खपा दिया जाता है। बुढ़ार, धनपुरी और अमलाई में कई कबाड़ कारोबारी हैं। अधिकांश के पास लाइसेंस भी नहीं हैं। बड़ी मात्रा में भंडारण भी रहता है। यहां चोरी का सामान खपाया जाता है। काटने के बाद चोरी का सामान जबलपुर के लिए सप्लाई कर दिया जाता है। गाड़ी पकडऩे पर अधिकारियों का दबाव आ जाता है और ओवरलोड वाहन का प्रकरण बना दिया जाता है। हर माह पांच करोड़ से ज्यादा का कारोबार होता है।

कोयला लोड वाहनों से अवैध वसूली
परिवहन विभाग के उडऩदस्ता प्रभारी का लेनदेन का ऑडियो वायरल हुआ था। 28 सितंबर को वायरल ऑडियो में उडऩदस्ता प्रभारी द्वारा कोयला परिवहन करने वाले ट्रक मालिकों से लेनदेन की बात की थी। दो ऑडियो एक साथ वायरल हुआ था। उडऩदस्ता प्रभारी द्वारा कहा जा रहा था कि सिर्फ दो दिन का मौका दे पाऊंगा। हर माह 15 तारीख के भीतर भोपाल से लेकर ग्वालियर तक खर्चा पहुंचाना पड़ता है। अधिकारी कहते हैं कि शहडोल में रहना है तो देना पड़ेगा। जांच के बाद उडऩदस्ता प्रभारी को हटा दिया गया था।
कारोबार: कोयलांचल से हर रोज सैकड़ों वाहन कोयले से लोड निकलते हैं। कॉलरी से कोयला चोरी का माल भी परिवहन किया जाता है। यहां पर भी दस्तावेजों में हेरफेर कर एक ही टीपी से कई बार परिवहन किया जाता है। कई बार तो कोयला की बदल दिया जाता है। कोयले के अवैध परिवहन के साथ ओवरलोड वाहन भी गुजरते हैं। राखड़ के सैकड़ों वाहन पावर प्लांट से निकलते हैं। इनके नाम पर भी अधिकारी वाहनों के हिसाब से वसूली करते हैं। उडऩदस्ता प्रभारी भी इसी मामले में घिरे थे।

रेंजर और खनन कारोबारी के बीच लेनदेन
22 सितंबर 2020 को खनन कारोबारी नवाब खान और गोहपारू रेंजर के बीच बातचीत का कथित ऑडियो वायरल हुआ था। दोनों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर बातचीत थी। कथित ऑडियो में रेंजर द्वारा कहा जा रहा था कि हम तो सारी इन्फार्मेशन आपको बता देते हैं। हम कभी आपकी खदान में पैर तक नहीं रखते हैं। सब चाहते हैं, आप खूब तरक्की करें। कथित आडियो में रेंजर ने कई अधिकारियों के पद नाम भी लिए थे। बाद में रेंजर को गोहपारू से हटा दिया गया था।मामले में जांच चल रही है लेकिन रिपोर्ट अब तक पूरी नहीं हो सकी है।
कारोबार: संभाग में अवैध खनन का बड़ा कारोबार है। शहडोल संभाग में तीन खदानों का 90 करोड़ से ज्यादा का ठेका है। खनन कंपनियां तीनों जिलों में रेत खनन की लीज लेकर रखी हैं। रात में नदियों में एक साथ कई मशीनों को उतार दिया जाता है। अवैध खनन के बाद रेत उप्र और मध्यप्रदेश के अलग- अलग जिलों में सप्लाई की जाती है। खनन कारोबारी से जुड़े लोग टीपी के नाम पर खेल करते हैं। लम्बी दूरी की एक टीपी जारी कराने के बाद आसपास कई बार रेत लोड कर डंप कर देते हैं।

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